धर्मशाला. तपोवन में चल रहे विधानसभा सत्र के पहले दिन मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जो बुके और फूल भेंट किए जाते हैं उनका चलन गलत है. उन्होंने कहा कि इन चीजों में खर्च करने के बजाए लोग मुख्यमंत्री राहत कोष में धन जमा करवाएं जो गरीब लोगों और गरीब जनता के काम आएगा.
सीएम ने कहा कि इस समय मुख्यमंत्री राहत कोष बिलकुल खाली है तो ऐसे में जनता से सहयोग की जरुरत है. उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी मंत्रियों और विधायकों से मुख्यमंत्री राहत कोष में अपनी तनख्वाह से राशि देने को कहा है और सभी ने इस बात पर सहमति जताई है कि सभी विधायक मुख्यमंत्री राहत कोष में एक एक लाख रूपये जमा करवाएंगे.
पिछली सरकार पर राहत कोष के दुरूपयोग का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने इस कोष का पूरी तरह दुरूपयोग किया और खाली कर दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राजनीतिक द्वेष से जितने भी केस पिछली सरकार ने बनाये हैं उन्हें खारिज कर वापस लिया जायेगा.
उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह को पार्टी स्थापित करने में अहम योगदान को रेखांकित करते हुये कहा, “हिमाचल के इतिहास ने पहली बार सम्भव हुआ कि देश के पीएम ने शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचकर मुझे आशीर्वाद दिया.”
संतुलित मंत्रिमंडल बनाया गया
उन्होंने कहा कि केंद्रीय और राज्य नेतृत्व की सलाह कर एक संतुलित मंत्रिमंडल बनाया गया है जिसमें नए और अनुभवी नेता दोनों को शामिल किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता को हमसे बहुत सारी उम्मीदें हैं जिसे पूरा करेंगे. उन्होंने अधिकारियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने की नसीहत देते हुये कहा कि भ्र्ष्टाचार के लिए इस सरकार में कोई जगह नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के प्रति जनता का विश्वास बहाल करना भी हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है. उन्होंने महिला उत्पीड़न को रोकने के लिए गुड़िया हेल्पलाइन स्थापित करने के साथ-साथ महिलाओं के लिये विशेष सेल स्थापित करने की बात कही है.