नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने नई दिल्ली में राजभाषा विभाग के स्वर्ण जयंती समारोह (Golden Jubilee Celebration) को संबोधित करते हुए बताया कि अब JEE, NEET, CUET जैसी प्रमुख competitive exams 13 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं।
Constable Exams में Regional Language का बढ़ता चलन
CAPF Constable Recruitment: पहले केवल English/Hindi में होती थी, अब 13 भारतीय भाषाएँ (e.g. Marathi, Gujarati, Bengali, Tamil) ऑफ्शन में होंगी। आज 95% candidates अपनी regional language में परीक्षा दे रहे हैं। इससे exam accessibility बढ़ी और छात्र अपनी mother tongue में बेहतर प्रदर्शन कर पा रहे हैं।
Hindi किसी भाषा का दुश्मन नहीं भाषाई आत्मसम्मान पर जोर
अमित शाह ने कहा कि Hindi is nobody’s enemy; it is friend of all Indian languages. Hindi और क्षेत्रीय भाषाएँ मिलकर हमारे राष्ट्रीय स्वाभिमान (national pride) को मजबूत करेंगी। उन्होंने foreign languages की सराहना करते हुए भी कहा कि “हमारी भाषाओं को बोलना, सोचना और उसका महिमामंडन” प्राथमिकता होनी चाहिए।
गुलामी की मानसिकता से मुक्त होंLanguage as Freedom
शाह ने चेतावनी दी कि जब तक कोई व्यक्ति अपनी भाषा पर गर्व नहीं करता और उसमें खुद को अभिव्यक्त नहीं करता, तब तक वह mentally enslaved है। हमें colonial mindset से उबरना होगा। उन्होंने पिछले दशकों में भाषा को “विभाजन का उपकरण (tool for division)” बताया, लेकिन विश्वास जताया कि आज भाषाएँ “राष्ट्र की एकता का शक्तिशाली साधन” बनेंगी।
सरकारी कामकाज में Indian Languages का विस्तार
Administrative Work: सरकार को official business में क्षेत्रीय भाषाओं का उपयोग बढ़ाना चाहिए। केंद्र और state governments मिलकर bilingual or multilingual राजभाषा नीतियाँ तैयार करेंगे। इससे public service delivery और citizen engagement में सुधार आएगा।
2047 तक Language-Rich India का Vision
अमित शाह ने कहा कि Prime Minister Modi’s vision के तहत 2047 तक भारत एक “language-rich, culturally vibrant nation” बनेगा, जो diversity को strength समझेगा। हम अपनी भाषाओं से अपनी cultural heritage का प्रतिनिधित्व करेंगे और विश्व में ‘Great India’ के रूप में पहचाने जाएंगे।