बिलासपुर. बीते 6 सितंबर को पंखे से लटकी फिजियोथैरेपिस्ट ज्योति ठाकुर के परिजनों का संघर्ष जारी है. वहीं इस मामले में हाईकोर्ट ने पुलिस अधीक्षक व थाना प्रभारी सहित पुलिस के आला अधिकारियों से जवाब-तलब किया. अब उम्मीद लगाई जा रही है कि इस मामले में कोई बड़ा खुलासा हो सकता है.
परिजनों ने बिलासपुर में किया कई बार धरना-प्रदर्शन
इस मामले की पैरवी से परिवार वाले पुलिस से नाखुश होकर न्यायलय का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हो गये थे. बेटी की मौत को लेकर न्याय की लड़ाई लड़ रहे परिजनों ने बिलासपुर में कई बार धरणा प्रदर्शन किया. 13 सितंबर को हमीरपुर से सैकड़ों लोगों ने उपायुक्त कार्यालय में रोष प्रदर्शन किया. जिसमें पुलिस प्रशासन के खिलााफ जमकर नारेबाजी करके ज्योति को न्याय दिलाने की मांग की गई थी.
एसआईटी की कार्यप्रणाली पर सवाल
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था. लेकिन मामले की जांच आगे बढ़ते हुए नहीं दिख रही थी. जिसके बाद परिजनों ने एसआईटी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए. मामले को लेकर ज्योति के परिजनों ने बिलासपुर में प्रेसवार्ता भी की थी. जिसमें पुलिस प्रशासन पर कई आरोप भी जड़े गए थे. 23 अक्टूबर को ज्योति के परिजनों के साथ कई लोगों ने बिलासपुर में कैंडल मार्च निकाला था. इस दौरान भी परिजनों ने जिला व पुलिस प्रशासन का घेराव किया था.