नई दिल्ली: श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही पूरे उत्तर भारत में शिवभक्ति का माहौल बन चुका है। Kanwar Yatra 2025 आज यानी शुक्रवार से शुरू हो गई है, और यह 9 अगस्त तक चलेगी। इस 28 दिन की spiritual pilgrimage में अनुमानित 4.5 करोड़ शिवभक्त उत्तराखंड के हरिद्वार, गंगोत्री और गौमुख से पवित्र Ganga Jal लेकर अपने-अपने इलाकों के शिव मंदिरों में अर्पित करेंगे।
Haridwar और गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़
हर की पौड़ी और अन्य प्रमुख घाटों पर सुबह से ही Shiva Devotees की भीड़ उमड़ पड़ी। Kanwar route पर बड़े स्तर पर श्रद्धालु दिखाई दे रहे हैं, जो सजावटी कांवड़ के साथ जल लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। इस भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए Delhi, Uttar Pradesh और Uttarakhand Police ने कड़े इंतजाम किए हैं।
कांवड़ यात्रा के रूट पर मांस की दुकानों पर सख्ती
गाजियाबाद में BJP विधायक Nand Kishore Gurjar ने Kanwar मार्ग पर Meat Shops Ban को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांस की दुकानें बंद नहीं हुईं तो जनता सड़कों पर आ सकती है। कई जगह non-veg eateries को बंद कर दिया गया है।
Muradnagar में सुरक्षा को लेकर पोस्टर और चेतावनियाँ
Muradnagar Kanwar Route पर कुछ हिंदू संगठनों द्वारा पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें “महिलाओं की सुरक्षा” की बात कहते हुए अन्य समुदायों को निशाना बनाया गया है। इससे religious sensitivity और law and order को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
हरिद्वार में कांवड़ निर्माण पर विवाद
हरिद्वार में Muslim Artisans द्वारा कांवड़ बनाने को लेकर विवाद सामने आया है। Juna Akhada के संतों ने CM Pushkar Singh Dhami को पत्र लिखकर मांग की है कि मुस्लिमों को कांवड़ निर्माण से रोका जाए। जबकि मुस्लिम कारीगरों का कहना है कि वे generations से Kanwar Crafting का कार्य करते आ रहे हैं। फिलहाल सरकार ने कोई पाबंदी नहीं लगाई है।
प्रशासन का अपील: संयम और सहयोग से करें यात्रा
Delhi Police और अन्य राज्यों के अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल designated Kanwar Routes का ही प्रयोग करें। सभी रूट्स पर CCTV surveillance, medical camps, drone monitoring और traffic control units सक्रिय हैं।
Sawan Shivratri 2025: 23 जुलाई को पड़ेगी, जब कांवड़ यात्रा अपने शिखर पर होगी।
इस साल भी पिछले वर्ष की तरह record-breaking pilgrim footfall की उम्मीद है। इसलिए सभी राज्यों ने crowd management, women safety, और anti-encroachment drives को तेज कर दिया है।