कुल्लू. हिमाचल प्रदेश की लोक गायिका एवं रेडियो कलाकार कृष्णा ठाकुर को अंतरराष्ट्रीय लोक कला संस्कृति महापंजाब आवार्ड से सम्मानित किया गया है. यह आवार्ड कृष्णा ठाकुर को पंजाब राज्य के तरनतारन में अंतरराष्ट्रीय महापंजाब लोक कला संस्कृति सम्मेलन में दिया गया.
पुरस्कार मिलने के बाद हिमाचली लोक कला व संस्कृति का नाम एक बार फिर देशभर में प्रसिद्ध हुआ है. कृष्णा ठाकुर को यह आवार्ड हासिल होने से हिमाचल सहित जिला कुल्लू में खुशी का माहौल है. यह कार्यक्रम तरनतारन में नेहरू युवा केंद्र व दूरदर्शन द्वारा आयोजित किया जाता है.
उस ज़माने से कर रहीं हैं कार्यक्रम
कृष्णा के गीत उस समय से आज तक चले आ रहे हैं जब देश में रेडियो और दूरदर्शन के अलावा मनोरंजन का कोई साधन नहीं होता था. उस समय जालंधर दूरदर्शन से कृष्णा के गीतों का प्रसारण होता था. दूरदर्शन पर आने वाले धारा रे गीत में तो कृष्णा ठाकुर की आवाज सुनकर लोग घरों-घरों में लोग थिरकने लगते थे. इसके अलावा कृष्णा ठाकुर ने हैदराबाद रेडियो, जयपुर रेडियो, शिमला रेडियो, आसाम रेडियो, सहित कई राज्यों के रेडियो पर अपना प्रसारण दिया है. वहीं दूरदर्शन पर कई कार्यक्रम कृष्णा ठाकुर के हो चुके है. ढोला रा ढमाका कार्यक्रम में कई बार लाईव कार्यक्रम पेश कर चुकी है.
कभी देखा था सपना
कृष्णा ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह देश जिंदा है, जहां की संस्कृति व सभ्यता कलाओं में सुरक्षित रहती है. क्योंकि कला एक ऐसी विद्या है जो इंसान के अंदर है. हर इंसान के अंदर कला छुपी है और लोक संस्कृति व गायन एक ऐसी विधा है जिसे सब पसंद करते है उन्होंने कहा कि कभी सपना देखा करती थी कि लुप्त हो रही संस्कृति व वेशभूषा जीवित हो.