कांगड़ा(देहरा). प्रधानमंत्री द्वारा सांसदो के लिये शुरू किये गये आदर्श ग्राम योजना के तहत जिला काँगड़ा का ऐतिहासिक गांव मसरूर को राजयसभा सांसद विप्लव ठाकुर ने गोद लिया था. गोद लेने के चार साल के बाद भी यह गांव अपनी दुर्दशा से बाहर नहीं निकल पाया है. स्थानीय निवासी नितिन कुमार के अनुसार इस गांव की हालत बेहद खस्ता है.
नितिन ने राजयसभा सांसद विप्लव ठाकुर पर आरोप लगाते हुये कहा की सांसद गांव की दुर्दशा के लिये केंद्र सरकार को दोषी ठहराना बंद करें. उन्होंने कहा कि सांसद विप्लव ठाकुर अगर अपनी सांसद निधि से हर साल दस लाख रुपये भी विकास कार्यों के लिये देती तो इन 6 सालों में साठ लाख रुपये से इस गांव की हालत में कुछ सुधार जरूर होता.
सांसद विप्लव ठाकुर ने अपने देहरा विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान कहा था की आदर्श गांव की योजना तो केंद्र सरकार ने दी लेकिन इस योजना के लिये केंद्र सरकार ने कोई धन नहीं दिया है. विप्लव ने कहा कि राजयसभा सांसद के पास केवल एक ही गांव नहीं होता है, पूरे प्रदेश के विकास कार्यों के लिये धन देना पड़ता है. सांसद ने कहा कि मैंने तो फिर भी अपनी सांसद निधि से अस्पताल के लिये ग्यारह लाख रूपये दिये हैं.