श्री नैना देवी(बिलासपुर). नैना देवी विधानसभा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंदर जाना कोई खतरे से खाली नहीं है. अस्पताल की सीढ़ियां चढ़ते ही किसी भी दीवार पर हांथ लगाने से डर लगता है. दीवार पर कहीं भी हाथ लगाने पर करंट लगने का खतरा है. हर दीवार पर कहीं बिजली के बोर्ड खुलें है तो कहीं बिजली की तारों के जाल बिछे हुए हैं.
दिनभर अस्पताल में सैंकड़ों मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. नैना देवी मेले के दौरान इसी अस्पताल में मरीज श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. ऐसी भीड़ में किसी का भी हाथ बिजली के बोर्ड के साथ लग सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है. बिजली का बल्व जलाने से पहले कई बार सोचना पड़ता है. थोड़ी सी चूक किसी की भी जान ले सकती है. सब कुछ सामने दिखने के बावजूद भी अस्पताल प्रशासन इसे ठीक करने की जरूरत नहीं उठा रहा है.इस मामले पर बिलासपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि मामला मेरे ध्यान में नहीं था. अगर हस्पताल में बिजली के बोर्ड खुले हैं या टूटे हैं तो एक या दो दिन में बिजली के सभी बोर्ड ठीक करवा दिए जाएंगे.