रांची. मानगो सहारा सिटी की नाबालिग से थाने में बलात्कार के मामले में एमजीएम थाने के 15 पुलिसकर्मियों सहित पीड़िता और आरोपी थानेदार इमदाद अंसारी की पूछताछ हुई. सभी पुलिसकर्मियों ने थाना परिसर में बलात्कार होने से इनकार किया है. मामले में जांच टीम ने आठ पन्ने की रिपोर्ट बनाई है. वहीं नाबालिग का आरोप है कि इंद्रपाल सैनी ने गैंगरेप किया और वेश्वावृत्ति करवाया है. नाबालिग ने थानेदार उसके ‘सर’ पर भी बलात्कार का आरोप लगाया है.
महिला के मुताबिक इंद्रपाल सैनी ने उसके साथ बलात्कार किया और वीडियो बना ली. वीडियो सार्वजनिक करने की बात कहकर वह उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया. इस दौरान एक दिन वह उसे कार से डिमना लेक की ओर अपने साथियों के साथ ले गया. वहां पर सैनी और उसके दोस्तों ने गैंगरेप किया. इसी बीच दो पुलिस वाले पहुंच गए और उन्हें पकड़ लिया. बाद में उसे थाने में एक ही लॉकअप में लड़कों के साथ बंद कर दिया गया. थाने में ही पुलिस वाले और उनके ‘सर’ ने भी रेप किया. इंद्रपाल सैनी एक महिला को ‘चाची’ बनाकर लाया. जो उसे रिहा करवाकर थाने से ले गई.
आरोपी थानेदार इमदाद अंसारी ने कहा कि 27 अप्रैल 2017 को उन्होंने लोहा कारोबारी सुभाष घोष का ट्रक पकड़ा था. उस पर धारा-414 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा था. कारोबारी सुभाष घोष का नाबालिग के चाचा की दोस्ती है, जिसकी वजह से उन्हें फंसाया जा रहा है.
पुलिस ने मुख्य आरोपी इंद्रपाल सैनी और शिवकुमार महतो को मेडिकल जांच के बाद तीन दिन की रिमांड पर लिया है. दोनों नार्को टेस्ट के लिए भी राजी हो गए हैं.