नई दिल्ली. नई दिल्ली में आज नेशनल मिल्क डे 2025 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. एस.पी. सिंह बघेल ने डेयरी सेक्टर को देश की आर्थिक और सामाजिक मजबूती का प्रमुख स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया में सबसे अधिक दूध उत्पादन करने वाला देश है और इसकी असली शक्ति गांवों में रहने वाले किसानों और पशुपालकों में है।
भारत दूध उत्पादन में विश्व में नंबर-1
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है, और इसमें किसानों, दुग्ध सहकारी समितियों और सरकारी योजनाओं की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा दूध और पशुपालन से जुड़ा है।
वर्गीज कुरियन को याद करते हुए कही भावुक बात
नेशनल मिल्क डे पर मंत्री बघेल ने ‘श्वेत क्रांति के जनक’ डॉ. वर्गीज कुरियन को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि कुरियन का योगदान देश के करोड़ों किसानों के जीवन में बदलाव लाने वाला रहा। उनके प्रयासों से किसानों को बिचौलियों के चंगुल से मुक्ति मिली और उनके दूध का उचित मूल्य सीधे उन्हें मिलना शुरू हुआ।
डेयरी उद्योग ग्रामीण भारत के विकास का इंजन
डॉ. बघेल ने कहा कि आज डेयरी सेक्टर सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि लाखों परिवारों की आजीविका का आधार है। उन्होंने बताया कि सरकार पशुपालन और डेयरी क्षेत्र को आधुनिक तकनीक, इंफ्रास्ट्रक्चर और मार्केट सपोर्ट देने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनमें शामिल हैं:
डेयरी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड
एनिमल वैक्सीनेशन और स्वास्थ्य मिशन
डेयरी किसान क्रेडिट कार्ड योजना
महिला डेयरी सहकारी समितियों का विस्तार
भविष्य में फोकस: जैविक डेयरी और एक्सपोर्ट
मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार का लक्ष्य आने वाले वर्षों में भारतीय डेयरी उत्पादों को वैश्विक बाजार में बड़े स्तर पर पहुंचाना है। साथ ही ऑर्गेनिक डेयरी, A2 दूध, और वैल्यू एडेड उत्पादों जैसे घी, पनीर, छाछ, योगर्ट और चीज़ पर जोर दिया जाएगा।
कार्यक्रम में किसानों और डेयरी संगठनों का सम्मान
नेशनल मिल्क डे के इस आयोजन में देशभर से आए डेयरी किसान, महिला स्व-सहायता समूह, डेयरी यूनियन और युवा उद्यमियों को सम्मानित किया गया। इनके योगदान को ग्रामीण विकास और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण बताया गया।
नेशनल मिल्क डे पर सरकार ने साफ कर दिया कि आने वाले समय में डेयरी सेक्टर कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का भविष्य तय करेगा। यह न केवल आर्थिक मजबूती देगा, बल्कि किसानों के जीवन स्तर में भी बड़ा बदलाव लाएगा।
