Nepal Protests 2025: काठमांडू में मंगलवार को फिर से प्रदर्शन भड़क उठे। यह प्रदर्शन Nepal Prime Minister KP Sharma Oli की बर्खास्तगी की मांग को लेकर हुए। प्रदर्शन उस समय शुरू हुए जब नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाया गया बैन हटा दिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पहले हुए संघर्ष में कम से कम 19 लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हुए।
काठमांडू में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू
काठमांडू जिला प्रशासन कार्यालय ने राजधानी के Ring Road क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया। यह आदेश पहले हटाए गए कर्फ्यू के कुछ ही घंटे बाद लागू किया गया। Himalayan Times के अनुसार, सोमवार को लगाया गया कर्फ्यू सुबह 5 बजे समाप्त हुआ था, लेकिन 8:30 बजे से नया कर्फ्यू लागू किया गया।
प्रदर्शनकारी नेपाल संसद और Kalanki सहित कई स्थानों पर सड़कों को ब्लॉक करते देखे गए।
सोमवार को हिंसक प्रदर्शन में 19 की मौत
सुरक्षा बलों ने सोमवार को काठमांडू और इटहरी में प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की, जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए। यह हाल के वर्षों में नागरिक विरोध प्रदर्शनों पर सबसे गंभीर कार्रवाई मानी जा रही है।
प्रदर्शनकारियों की मांग: PM Oli की बर्खास्तगी
प्रदर्शनकारी नेपाल सरकार के authoritarian attitude के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि तब तक विरोध जारी रहेगा जब तक PM KP Sharma Oli इस्तीफा नहीं देते।
एक प्रदर्शनकारी ने ANI को बताया, “कल कई छात्रों की मौत हुई। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को देश छोड़ देना चाहिए। छात्रों को अपनी आवाज़ उठाना जारी रखना चाहिए…”
नेपाल सरकार ने हटाया सोशल मीडिया बैन
नेपाल के Minister for Communication, Information and Broadcasting Prithvi Subba Gurung ने सोमवार रात को घोषणा की कि सरकार ने सोशल मीडिया साइट्स पर लगाया गया बैन हटा लिया है। कैबिनेट की आपात बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया।
Prithvi Subba Gurung ने बताया कि सूचना मंत्रालय ने संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वे Gen Z की मांग के अनुसार सोशल मीडिया साइट्स को फिर से चालू करें। नेपाल सरकार ने 26 सोशल मीडिया साइट्स जैसे Facebook और X पर पंजीकरण की कमी के चलते बैन लगाया था।
