नई दिल्ली. जब आनंदीबेन पटेल ने पटेलों के आंदोलन के बाद अपना मुख्यमंत्री पद छोड़ा, उस समय आग की तरह किसी का नाम गुजरात की मुख्यमंत्री के तौर पर लिया जा रहा था, वह थे नितिन भाई पटेल. शायद नितिन पटेल ने भी अपने आप को मुख्यमंत्री समझ लिया था, जिसकी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने मीडिया को धन्यवाद कहना भी शुरू कर दिया था. लेकिन भाजपा हाइकमान ने ऐन मौके पर अपना मन बदल लिया और नितिन पटेल की जगह विजय रुपाणी को गुजरात की कमान सौंप दी. व्यक्ति विशेष के इस अंक में हम जानते हैं कि आखिर कौन हैं नितिन भाई पटेल.
भाजापा के दूसरे नंबर के नेता
गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल प्रदेश में भाजपा के दूसरे नंबर के नेता माने जाते हैं. 2012 के विधानसभा चुनाव में मेहसाणा से चुने गए थे. पटेल वाटर सप्लाई, जल संसाधन, शहरी विकास और शहरी हाउसिंग मंत्री भी हैं.
30 वर्षों से भाजपा के सदस्य रहे नितिन ने सबसे पहले 1995 विधानसभा का चुनाव लड़ा. पाटिदार समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नितिन पटेल सीएम बनते-बनते रह गए. उन्हें सांत्वना पुरस्कार स्वरुप उप मुख्यमंत्री का पद सौंपा गया.
हार्दिक पटेल और नितिन पटेल
नितिन का नाम उछलने के पीछे सबसे बड़ा कारण हार्दिक पटेल की नेतृत्व में उठे पटेल आंदोलन को बताया जाता है. भाजपा के एक धरा उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर पटेलों की नाराजगी को शांत करने की सोच रहा था. अब 2017 में किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है.
1977 से शुरु की राजनीति
मेहसाणा जिला के विसनगर में 22 जून 1956 को जन्मे नितिन पटेल बिकॉम की पढ़ाई पूरी नहीं की. उन्होंने बीच में ही अपनी पढाई छोड़ दी थी. राजनीति में कदम रखने से पहले नितिन ने रुई और तेल इंडस्ट्री में भी काम किया है. 1977 में कडी नगर पालिका सदस्य बनकर नितिन ने अपनी राजनीति का श्रीगणेश किया. नितिन पटेल ने सुलोचनाबेन पटेल से शादी की. नितिन पटेल के दो बच्चे हैं जैमिन पटेल और सन्नी पटेल. वह अपने परिवार के साथ अहमदाबाद में रहते हैं. आने वाले वर्षों में क्या उनका मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा होगा या नहीं यह तो देखने वाली बात होगी.