नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से बातचीत की. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी को लेकर जो उत्साह गांव-गांव में दिख रहा है, हिंदुस्तान के कोने-कोने में दिख रहा है, चाहे उत्तर हो, दक्षिण हो, पूरब हो, पश्चिम हो, बहुत ही छोटा गांव या बड़ा गांव हो, लोग गाड़ी को खड़ी करके सारी जानकारियां लेते हैं. ये अपने आप में अद्भुत है.
“पहले जो भीख मांगने की मन: स्थिति रहती थी…”
केंद्र की योजनाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “देश भर के गांवों में करोड़ों परिवारों को हमारी सरकार की किसी न किसी योजना का जरूर लाभ मिला है और जब ये लाभ मिलता है, तो एक विश्वास बढ़ता है. जिंदगी जीने की एक नई ताकत आ जाती है. पहले जो भीख मांगने की मन:स्थिति रहती थी, अब वो चली गई है. सरकार ने लाभार्थियों की पहचान की और फिर उन तक लाभ पहुंचाने के लिए कदम उठाए. तब ही आज लोग कहते हैं- मोदी की गारंटी यानी, गारंटी पूरी होने की गारंटी”.
“मेरे परिवारजन तक पहुंचने का आपके सेवक का यह प्रयास है”
पीएम मोदी ने कहा, “विकसित भारत संकल्प यात्रा ऐसे लोगों तक पहुंचने का बहुत बड़ा माध्यम बनी है, जो अब तक सरकार की योजनाओं से नहीं जुड़ पाए. यह बहुत बड़ी बात है कि इतने कम समय में अब तक सवा करोड़ से अधिक लोग मोदी की गारंटी वाली गाड़ी तक पहुंचे हैं और उसका स्वागत किया है, उससे जुड़ने की कोशिश की है और उसे सफल बनाने का काम किया है.
मोदी की गारंटी वाली गाड़ी पहुंचने के बाद लगभग नए लाभार्थियों ने उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए आवेदन किया है. इस यात्रा के दौरान मौके पर ही 35 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड भी दिए गए हैं. मेरे परिवारजन तक पहुंचने का आपके सेवक का यह प्रयास है. मैं आपके गांव तक आ रहा हूं, गाड़ी के माध्यम से आ रहा हूं. इसलिए कि आपके सुख-दुख का साथी बनूं, आपकी आशा-आकांक्षाओं को समझूं. उसको पूरा करने के लिए सरकार की पूरी शक्ति लगाऊं.
कांग्रेस का नाम लिये बिना तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर विपक्षी दलों ने राजनीति में स्वार्थ के बजाये सेवाभाव को सर्वोपरि रखा होता, सेवाभाव को ही अपना काम समझा होता तो देश की बहुत बड़ी आबादी अभाव में, मुसीबतों में, तकलीफों न रहती.