शिमला. हिमाचल विधानसभा चुनाव में पोस्टल बैलेट पेपर को लेकर उपजे विवाद को देखते हुए राज्य निर्वाचन विभाग ने डाक विभाग को तुरंत पोस्टल बैलेट पेपर डिलीवर करने को कहा है. राज्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने डाक विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जैसे ही उन्हें डाक मतपत्र प्राप्त होते हैं, वह बिना किसी देरी के उन्हें RO ऑफिस में पहुंचा दें.
पोस्टल बैलेट पेपर को लेकर किसी भी तरह की शंका से बचने के लिए निर्वाचन विभाग ने यह कदम उठाया है. 8 दिसंबर को मतों की गणना से पहले सभी डाक मतपत्र निर्वाचन विभाग तक पहुंच जाएं, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदार राज्य निर्वाचन विभाग ने डाक विभाग को सौंपी है. हेरफेर होने की आशंका जताते हुए कांग्रेस ने बैलेट पेपर का मुद्दा उठाया था.
डाक मतपत्र को लेकर निर्वाचन विभाग सवालों के घेरे में
बैलेट पेपर की डिलीवरी को लेकर निर्वाचन विभाग और सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्षी दल लगातार दोनों पर डाक मतपत्रों को लेकर सवाल खड़े कर रहा है. विपक्ष का आरोप है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए जानबूझकर पोस्टल बैलट पेपरों को रोका जा रहा है.
विपक्ष के इन आरोपों को देखते हुए राज्य निर्वाचन विभाग ने डाक विभाग को मतपत्रों की डिलीवरी करने को कहा है. विधानसभा चुनाव में 1 लाख 27 हजार 287 डाक मतपत्रों का इस्तेमाल किया गया है. इसमें से विभाग के पास अब तक 60 हज़ार से ज्यादा पत्र पहुंच चुके हैं.
8 दिसंबर को सुबह 8:00 बजे से पहले मतपत्रों का आना जरूरी है. इसके बाद प्राप्त होने वाले बैलेट पेपर को काउंटिंग में शामिल नहीं किया जाएगा. इसलिए विपक्षी दल बैलेट पेपर को लेकर काफी चिंतित है.