आज राज्यसभा की कार्यवाही शुरु होते ही कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा दिए गये भाषण पर सवाल उठाया. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राष्ट्रपति द्वारा दीनदयाल उपाध्याय की तुलना महात्मा गाँधी से करने पर सवाल उठाया. इसका जवाब देते हुए अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस जबरदस्ती इस मुद्दे को उठा रही है. आनंद शर्मा एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति पर सवाल नहीं उठा सकते. इस दौरान दोनों में काफी नोक–झोंक हुई.
वहीं राष्ट्रपति के भाषण में इंदिरा गाँधी और जवाहरलाल नेहरू का नाम न लेने पर भी कांग्रेस ने सवाल उठाया. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने महात्मा गांधी और नेहरू का अपमान किया है. अरुण जेटली ने आनंद शर्मा के बयान को कार्यवाही से हटाने की मांग की, जिसके बाद सदन में हंगामा हो गया और कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा.
गुलामनबी आजाद ने सदन में कहा कि भाजपा की सरकार लगातार गांधी जी का अपमान कर रही है. आनंद शर्मा ने किसी का अपमान नहीं किया है. वहीं केंद्र सरकार ऐसे व्यक्ति का जन्मशताब्दी वर्ष मना रही है जिसका आजादी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं है. जो लोग देश के लिए जेलों में गये और लड़ाई लड़ी उन्हें यह सरकार भुलाना चाहती है.
गौरतलब है कि कोविंद ने अपने भाषण में देश के आठ नेताओं का ज़िक्र किया और उनमें छह कांग्रेस के ही नेता थे, लेकिन पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का ज़िक्र नहीं होने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई.