बारां. कपड़ा व्यापार को टैक्स के दायरे में लाने के विरोध में कपड़ा व्यापारियों ने आज दूसरे दिन भी सम्पूर्ण बारां जिले में अपने प्रतिष्ठान बंद रखा. कपड़ा व्यापार संघ के प्रवक्ता श्याम जोशी ने बताया कि सरकार द्वारा कपड़ा व्यापार को टैक्स के दायरे में शामिल किए जाने के कारण कपड़ा व्यापार चौपट हो जाएगा तथा मझौले व छोटे कपड़ा व्यापारियों को इसका सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ेगा एवं उनके रोजगार समाप्त हो जाएगें.
उन्होनें कहा कि जीएसटी के कारण कपड़ा व्यावसाय में सरकार द्वारा जिस प्रकार की कानूनी पेचिदगियां डाली गई हैं इसके कारण व्यावसाय करना दूभर हो जाएगा. सरकार के इस कानून का पालन मझौले व छोटे कारोबारियों द्वारा किया जाना संभव नहीं है. सरकार द्वारा कपड़ा व्यापार पर लगाए गए टैक्स को हटाए जाने की मांग को लेकर अटरू, अंता, छबडा, छीपाबडौद, किशनगंज, शाहबाद, केलवाडा, सीसवाली, मांगरोल आदि कस्बों सहित बारां मुख्यालय के कपड़ा व्यापारियों द्वारा दूसरे दिन भी अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया.
बारां मुख्यालय पर कपड़ा व्यापारियों द्वारा शहर के इन्द्रा मार्केट से वित्त मंत्री अरूण जेटली की शवयात्रा सब्जीमंडी, श्रीजी चौक, चैमुखा बाजार, सर्राफा बाजार, सदर बाजार, धर्मादा चौराहा होते हुए प्रताप चौक तक पहुंची. व्यापारियों ने जीएसटी के विरोध में नारेबाजी की तथा वित्त मंत्री अरूण जेटली का पुतला जलाय. इसके बाद अध्यक्ष ने अनिश्चितकालीन बंदी का निर्णय लिया.