नई दिल्ली. बिहार में चल रहे Special Intensive Revision (SIR) के बीच कांग्रेस नेता Rahul Gandhi के “वोट चोरी” वाले आरोप ने बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। राहुल गांधी ने Election Commission पर voter list में गड़बड़ी और irregularities का आरोप लगाया था।
अब Election Commission (EC) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी को साफ संदेश दिया “या तो सबूत दो या माफी मांगो”। आयोग ने कहा कि आरोप लगाने वालों को सात दिनों में affidavit जमा करना होगा, वरना आरोपों को झूठा माना जाएगा।
राहुल गांधी की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’
राहुल गांधी ने SIR के विरोध में Voter Rights Yatra शुरू की है। यह यात्रा 16 दिनों में 1,300 किलोमीटर का सफर तय कर 25 जिलों से गुज़रेगी और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में रैली के साथ खत्म होगी।
इस यात्रा में RJD नेता Tejashwi Yadav भी उनके साथ जुड़े हैं।
Chief Election Commissioner की सख्त प्रतिक्रिया
CEC Gyanesh Kumar ने कहा कि Election Commission Constitutionally Bound है कि सभी political parties को equal treatment मिले। उन्होंने साफ किया कि 18 साल से ऊपर का हर भारतीय नागरिक वोटर बनने का हकदार है और इसमें किसी भी दल के लिए भेदभाव नहीं किया जाता।
Voter List Verification और Transparency
CEC ने बताया कि SIR process में 1.6 लाख Booth Level Agents (BLAs) शामिल हैं। Draft voter list राजनीतिक दलों के साथ share की गई है और verification signatures भी लिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि “EC’s doors are always open for all political parties” और पूरी प्रक्रिया में transparency सुनिश्चित की जा रही है।
Double Voting और Fake Voters पर जवाब
हाल ही में आए double voting allegations पर CEC ने कहा – “कोई सबूत नहीं दिया गया। EC पारदर्शी प्रक्रिया के ज़रिए ही काम करता है, जिसमें लाखों agents शामिल रहते हैं।” साथ ही उन्होंने दोहराया कि Bangladeshi और Nepali नागरिकों जैसे non-eligible voters को सूची से हटाने के लिए SIR बेहद ज़रूरी है।
Voter Privacy और Security पर EC का रुख
CEC ने साफ कहा कि किसी भी voter का data, photos या information misuse नहीं किया जा सकता। unauthorized तरीके से voter photos का इस्तेमाल privacy का उल्लंघन है। उन्होंने deepfake और AI manipulation in elections के खिलाफ भी चेतावनी दी और कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है।
Rahul Gandhi का पलटवार
राहुल गांधी ने EC की कार्रवाई को biased बताया। उनका आरोप है कि “Vote Chori” BJP के पक्ष में की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में 65 लाख voters को voter list से हटाया गया ताकि गरीब और कमजोर वर्ग के लोग voting rights से वंचित हो जाएं। साथ ही राहुल ने सवाल उठाया कि BJP ruled states में voter registration आसान है, जबकि opposition states में voters को परेशान किया जा रहा है।
बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच Election Commission का दावा है कि 1 सितंबर तक Bihar SIR process सफलतापूर्वक पूरा होगा। एक ओर राहुल गांधी और opposition voter list की गड़बड़ियों का आरोप लगा रहे हैं, वहीं EC अपने constitutional duty और transparency पर भरोसा जता रहा है।