नई दिल्ली. राज्यसभा से गैरमौजूदगी और सवाल न पूछने पर सवालों के घेरे में रहने वाले मास्टर ब्लास्टर ‘भारत रत्न’ सचिन तेंदुलकर की गुरुवार को सदन में पहली पारी खास अच्छी नहीं रही. राज्यसभा में आज के वक्ताओं की लिस्ट में सचिन का भी नाम था. वह बोलने के लिए खड़े ही हुए थे कि विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ गई. राज्यसभा अब शुक्रवार को 11 बजे शुरू होगी.
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काफी देर तक इंतजार में खड़े रहे सचिन
राज्यसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग पर कांग्रेस सांसद हंगामा कर रहे हैं. गुरुवार को भी हंगामा चलता रहा. हालांकि सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सदस्यों को शांत कराकर सदन की कार्यवाही शुरू कराई. सचिन की बारी आई तो सदस्यों ने दोबारा नारेबाजी शुरू कर दी. सचिन उनके शांत होने के इंतजार में काफी देर तक खड़े रहे. सभापति भी समझाते रहे मगर हंगामा शांत नहीं हुआ. सचिन ने गुरुवार को राज्यसभा में खेलों के भविष्य और खेलने के अधिकार पर संक्षिप्त बहस का प्रस्ताव रखा था. उन्हें अंतरराष्ट्रीय मेडल विजेताओं के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा सुविधा और स्कूली पाठ्यक्रम में खेलों को शामिल करने पर भी भाषण देना था.
जया बच्चन ने जताई नाराजगी
राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने सचिन तेंदुलकर को न बोलने देने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि सांसदों को यह सोचना चाहिए कि सचिन ने देश के लिए क्या किया है. इसके बाद भी उन्हें सदन में अपनी बात रखने नहीं दिया गया. जया ने पूछा कि क्या सदन में बोलने का अधिकार सिर्फ राजनीतिज्ञों को ही ?
He (#SachinTendulkar) has earned name for India at the world stage, it is a matter of shame that he was not allowed to speak even when everyone knew it was on today’s agenda. Are only politicians allowed to speak?: Jaya Bachchan, Rajya Sabha MP pic.twitter.com/NMRMHhdl5E
— ANI (@ANI) December 21, 2017