शिमला. अचानक ठंड बढ़ने से अब हिमाचल में पहाड़ों पर जिंदगी कठिन होने लगी है. बारिश न होने से हिमाचल में सूखी ठंड महसूस होने लगी है. अब ऊंची चोटियों पर कभी भी हिमपात हो सकता है. इसलिए मंडी जिले के ऊपरी क्षेत्रों में रहने वाले भेड़पाल निचले मैदानों की तरफ अपनी भेड़ बकरियों और पारिवारिक काफिले के साथ आ रहे हैं.
मंडी जिला के ऊपरी क्षेत्र व घने जंगलों वाला इलाका छोटा भंगाल, जो पर्यटन स्थल बरोट का ऊंचाई वाला क्षेत्र है, वहां के भेड़पाल मैदानी इलाकों का रूख कर रहे हैं. दरअसल, सर्दियों में भारी बर्फबारी होने के चलते यह लोग अपना माल बेचने मैदानी क्षेत्रों में आते हैं. वे भेड़ और बकरियों की ऊन को बेचते हैं, यही उनकी कमाई का साधन होता है.
क्यों जाते हैं ऊंचाई के क्षेत्रों पर
जिला मंडी में अभी भी ऐसे कई गांव हैं, जहां लोग भेड़ और बकरियां पालते हैं. गर्मियों में यह लोग अपनी बकरियों के झुंड के साथ पहाड़ की ऊंचाई या टॉप पर चले जाते हैं, क्योंकि पहाड़ के ऊंचाई वाले क्षेत्र में मिनरल वाली घास मिलती है, जिसे खाकर भेड़ बकरियां ज्यादा स्वस्थ रहती हैं. नवंबर माह के अंत तक सर्दियां दस्तक दे देती हैं.
शुरुआत में ही पहाड़ों का तापमान माइनस में चला जाता है. जब मैदानी इलाकों में कोहरा छा जाता है, तब पहाड़ों पर बर्फबारी होती है. इसके कारण इन सब भेड़पालो को ऊंचाई के क्षेत्र को छोड़ निचले क्षेत्रों की शरण लेनी पड़ती है.
मैदानी क्षेत्र में भेड़ बकरियों से व्यापार
जैसे ही भेड़पाल मैदानी क्षेत्र में पहुंचते हैं तो व्यापार की चांदी हो जाती है, क्योंकि इस समय सब्जियों का मौसम है, इसलिए पहाड़ी बकरी और भेड़ की डिमांड भी काफी है. इसके साथ मैदानी क्षेत्रों में पहुंचने पर भेड़ पालक भेड़ बकरियों की उन उतारकर इसे भी बाजार में बेचते हैं, जिससे भेड़ पालकों को अच्छी खासी मोटी रकम भी मिलती है.
पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में ठंड से राहत
हिमालय के ऊपरी इलाकों में 29 और 30 दिसंबर को बर्फबारी हो सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक, एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से मौसम का मिजाज बदलेगा. वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर मैदानी इलाकों के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़त देखी जाएगी. इससे बुधवार से लेकर शुक्रवार तक उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानों के तापमान में दो से 4 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के जाते ही जबरदस्त ठंड एक बार फिर वापसी करेगी.