शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने आज स्मार्ट सिटी की तीसरी और आखिरी लिस्ट जारी कर दी है. इस सूची में इस बार शिमला को भी शामिल कर दिया गया है. इस खबर के आते ही शिमला वासियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. शिमला को शामिल करते ही हिमाचल प्रदेश के दो शहर स्मार्ट सिटी में शामिल हो चुके हैं.
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के जन्मदिन पर केंद्र ने दिया तोहफा
आज मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का जन्मदिन है तो कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता इसे वीरभद्र सिंह का केंद्र सरकार का तोहफा बात रहे हैं.सीएम वीरभद्र सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए केंद्र के फैसले का स्वागत किया और कहा कि शिमला को स्मार्ट सिटी में शामिल करने के लिए राज्य सरकार ने लंबी लड़ाई लड़ी और बार-बार केंद्र सरकार को इस पर विचार करने का आग्रह किया और इसका परिणाम हमें आज देखने को मिल रहा है.
भाजपा की देन है स्मार्टसिटी
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह सब भाजपा की देन है. शिमला के विधायक सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार और माकपा ने मिलकर शिमला को लिस्ट से बाहर कराने का षड़यंत्र रच रहे थे लेकिन वह नाकामयाब रहे. भाजपा ने उनके इस षड़यंत्र का पर्दाफाश किया और आख़िरकार शिमला को आखरी लिस्ट में जगह जगह मिल गई.
शिमला सहित 30 शहर शामिल शहरों को आखिरी लिस्ट में शामिल किया गया है जिनमें तिरुवनंतपुरम, नया रायपुर, राजकोट, अमरावती, पटना, करीमनगर, मुजफ्फरपुर, पुडुचेरी, गांधीनगर, श्रीनगर, सागर, करनाल, सतना, बेंगलुरु, देहरादून, तिरुपुर, पिंपरी चिंचवाड़, बिलासपुर, पासीघाट, जम्मू, दाहोद, तिरुनेलवेली, थूथुकुड़ी,त्रिचिरापल्ली, झांसी, आइजोल, इलाहाबाद, अलीगढ़ और गंगटोक के नाम शामिल हैं.
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शिमला के विकास के लिए 2906 करोड़ रुपये की राशि केंद्र सरकार द्वारा खर्च की जाएगी. इससे मास्टर प्लान के तहत लिफ्ट, एस्कलेटर, सड़क, भवन, पार्क सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी.