नई दिल्ली. भाजपा की ओर से स्मृति ईरानी ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पर तंज कसना कोई नयी बात नहीं है. स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हे पता नहीं है कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश की आलोचना करना कितना उचित है और कितना अनुचित है. वे बोलीं कि उन्हे(राहुल गांधी) देश में कोई नहीं सुन रहा है इसलिए विदेश में जाकर सुना रहे हैं.
राहुल की बयानबाजी
अमेरिका दौरे पर गए राहुल गाँधी ने बर्कले स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में भारत के इतिहास, ग़रीबी, विविधता, हिंसा और राजनीति समेत कई मुद्दे पर बात की. उन्होंने कहा कि देश का माहौल ख़राब है. पत्रकारों पर हिंसा हो रही है. इस दौरान उन्होंने वंशवाद पर अपना बचाव करते हुए भाजपा पर जमकर हमले बोले थे. उन्होंने नोटबंदी, जीएसटी से लेकर कश्मीर में अशांति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. हालांकि उन्होंने पीएम मोदी को अच्छा वक्ता बोलते हुए तारीफ भी की थी.
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स्मृति ईरानी की आलोचना
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के वंशवाद के बचाव पर दिए गये बयान की आलोचना करते हुए कहा “भारत में विरासत ही सब कुछ है, यह उनका अपमान है जो अपने दम पर कुछ करना चाहते हैं”
स्मृति ईरानी ने कहा, “राहुल गांधी जी ने जब विदेश में कहा कि हिंदुस्तान तो ऐसा ही है. यहां विरासत ही सबकुछ है. यह उनका अपमान है जो अपने भरोसे कुछ करके दिखाते हैं. प्रधानमंत्री स्वयं एक गरीब परिवार में जन्मे हैं. राष्ट्रपति भी वंचित परिवार से आते हैं और उपराष्ट्रपति जी किसान के बेटे हैं जिन्हें संघर्ष के बाद यह दायित्व मिला है. इन तीन व्यक्तियों का शीर्ष पर होना बताता है कि लोकतंत्र में विरासत से नहीं, मेरिट से काम चलता है.”
मालूम हो कि राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में विरासत से बहुत कुछ चलता है. उन्होंने अखिलेश यादव और अभिषेक बच्चन का नाम भी वंशवाद के उदाहरण के तौर पर लिया था. उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी को अपनी सफलता और विपलता का मापदंड अमेठी आकर देखना चाहिए. राहुल ने अपने इलाके में कितना विकास किया, उसी पर चर्चा और गोष्ठी कर लेते तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाता.”
राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी मामले में कांग्रेस पर तंज कसे थे. इस पर स्मृति ईरानी ने जवाब देते हुए कहा “कांग्रेस के नेतृत्व में जीएसटी की विफलता इस बात का संकेत थी कि कांग्रेस ने किसी भी राजनीतिक दल को विश्वास में नहीं लिया और न ही राज्यों का विश्वास जीत पाई. अगर राहुल गांधी जी स्वयं सुनने के आदी होते तो जीएसटी यूपीए सरकार में ही लागू हो जाता”
नकवी ने भी तीर चलाये
मुख्तार अब्बास नकवी ने भी राहुल के बयान पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी हो या कांग्रेस पार्टी देश की तरक्की पर पलीता लगाने के पोलिटिकल पाखंड के पर्यायवाची बन गए हैं. इसलिए उनके मुंह से इस तरीके से शब्द निकल रहे हैं”.
आनंद शर्मा ने किया बचाव
कांग्रेस के आनंद शर्मा ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने राजनीतिज्ञ की तरह बात किया है. उन्होंने अपनी नाकामियों को स्वीकार करने के साथ-साथ सरकार की कमजोरियों को भी गिनाया है. उन्होंने कहा कि अगर किसी ने विदेश की धरती पर भारत का अपमान किया है तो वह नरेन्द्र मोदी है. उन्होंने पहले विदेशी दौरे पर ही कहा था कि भारत की छवि एक भ्रष्ट देश की है.
विदेशी धरती पर पीएम ने विपक्ष को क्या कहा
पूर्व में अंतर्राष्ट्रीय दौरे पर राजनेता घरेलू राजनीति करने से बचते रहे हैं. लेकिन हाल में यह परंपरा टूटती हुई दिखी है.
- नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी दौरे पर ‘स्कैम इंडिया’ का जिक्र किया था कि कैसे उन्हें यह सिस्टम विरासत में मिली. अगले दौरे में उन्होंने ‘दामाद के 1000 करोड़ रुपये’ बनाने का जिक्र किया था.
- साल 2015 में अपने जर्मनी के दौरे पर नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत पहले से भीख मांग रहा था, लेकिन आगे वह ऐसा नहीं करेगा.
- इसी साल चीन के दौरे में उन्होंने कहा था, लोग एक समय ऐसा समझने लगे थे कि भारत में पैदा लेना दुर्भाग्य की बात है और खुद को भारतीय कहने पर शर्म महसूस करते थे.