नई दिल्ली. भारत की Cable Television Industry एक दौर थी जब हर घर में केबल टीवी लगना आम था और ये इंडस्ट्री टीवी देखने का प्रमुख माध्यम थी। लेकिन बदलती Technology और डिजिटल क्रांति के चलते अब यह कारोबार संकट के दौर से गुजर रहा है। OTT Platforms जैसे Netflix, Amazon Prime Video, Disney+ Hotstar की बढ़ती लोकप्रियता ने पारंपरिक केबल टीवी पर भारी असर डाला है। साथ ही DD Free Dish जैसी फ्री और अनलिमिटेड टीवी सर्विसेज के बढ़ते ट्रेंड ने भी केबल टेलीविजन के सब्सक्राइबर बेस को घटाया है।
ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन (AIDCF) और EY इंडिया की एक संयुक्त रिपोर्ट ‘State of Cable TV Distribution in India’ के अनुसार, भारत में पे-टीवी सब्सक्राइबर की संख्या 2018 में 151 मिलियन थी, जो 2024 तक घटकर 111 मिलियन रह गई है। इस गिरावट के साथ अनुमान है कि 2030 तक यह संख्या 71 से 81 मिलियन के बीच रह सकती है। चैनल की बढ़ती लागत, OTT प्लेटफॉर्म्स की बढ़ती लोकप्रियता और DD Free Dish जैसी मुफ्त सेवाएं इस कमी के मुख्य कारण हैं।
लाखों लोगों की नौकरियां खतरे में
इस उद्योग में सब्सक्राइबर की कमी से वित्तीय दबाव बढ़ा है, जिससे 2018 से 2025 के बीच लगभग 577,000 यानी पांच लाख सत्तावन हजार नौकरियां खत्म होने का अनुमान है। यह रिपोर्ट भारतीय केबल टीवी व्यवसाय के सामने आने वाली चुनौतियों और इस पारंपरिक व्यवसाय के अस्तित्व के लिए खतरे को दर्शाती है।
इस स्थिति में केबल ऑपरेटरों को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की ओर कदम बढ़ाने, OTT प्लेटफॉर्म्स के साथ तालमेल बैठाने और नए बिजनेस मॉडल अपनाने की जरूरत है, ताकि वे इस तेजी से बदलते मीडिया बाजार में टिक सकें।