ज्वालामुखी (कांगड़ा). ज्वालामुखी मंदिर में मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर हजारों श्रद्धालु मां ज्वाला ज्योतियों के दर्शन किए और ज्वाला मां का शुभाशीर्वाद प्राप्त किया.
पुजारी अविनेदर शर्मा ने बताया कि मकर सक्रांति पर्व हिन्दू समाज को परिवर्तन का सबसे बड़ा पर्व मना जाता है. आज से शरद ऋतु समाप्त हो जाती है और ग्रीषम ऋतु का शुभारंभ हो जाता है. इस दिन तीर्थ स्थानों पर अधिक संख्या में लोग जाते हैं और गंगा स्नान करते है और दान पुण्य करते है.
पर्व बहुत हर्षोल्लास से मनाया जाता है
यह पर्व बहुत हर्षोल्लास से मनाया जाता है. इस दिन तिल और रयोड़ी का भोग विशेष रुप में लगाया जाता है ज्वालामुखी मंदिर में आज हजारों की तादात में श्रद्धालु म ज्वाला के ज्योतियों के दर्शन कर रहे हैं. हजारों श्रद्धालु मां ज्वाला ज्योतियों के दर्शन किए और ज्वाला मां का शुभाशीर्वाद प्राप्त किया.
उन्होंने आगे कहा कि मकर संक्रांति पर्व हिन्दू समाज को परिवर्तन का सबसे बड़ा पर्व मना जाता है. आज से शरद ऋतु समाप्त हो जाती है. ग्रीषम ऋतु का शुभारंभ हो जाता है. इस दिन तीर्थ स्थानों पर जाते है लोग और श्रद्धालू गंगा स्नान करते है और दान पुण्य करते है.