नई दिल्ली. भारत की प्रतिष्ठित संस्था UPSC (Union Public Service Commission) को नया नेतृत्व मिल गया है। 1985 बैच के रिटायर्ड IAS अधिकारी डॉ. अजय कुमार को UPSC का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें इस पद पर नियुक्त किया, जो 29 अप्रैल 2025 को पूर्व अध्यक्ष प्रीति सूदन का कार्यकाल समाप्त होने के बाद खाली हुआ था।
कौन हैं Dr. Ajay Kumar?
डॉ. अजय कुमार केरल कैडर के 1985 बैच के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं, जिनके पास लगभग 40 वर्षों का प्रशासनिक अनुभव है। वे भारत सरकार में रक्षा सचिव जैसे उच्च पद पर भी कार्य कर चुके हैं। उन्होंने यह पद 23 अगस्त 2019 से 31 अक्टूबर 2022 तक संभाला।
उनकी पहचान एक रणनीतिक सोच वाले, कुशल प्रशासक और नीतिगत मामलों के विशेषज्ञ के रूप में रही है। रक्षा क्षेत्र में उनके कार्यकाल को प्रौद्योगिकीय सशक्तिकरण और सिस्टमेटिक रिफॉर्म्स के लिए याद किया जाता है।
अनुराधा प्रसाद बनीं UPSC की नई सदस्य
UPSC से जुड़ी एक और अहम नियुक्ति मेंअनुराधा प्रसाद को आयोग की नवीनतम सदस्य नियुक्त किया गया है। वे 1986 बैच की ओडिशा कैडर की सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक (लेडी श्रीराम कॉलेज, दिल्ली) और इतिहास में मास्टर डिग्री (दिल्ली विश्वविद्यालय) से प्राप्त की है, साथ ही उन्होंने बर्मिंघम विश्वविद्यालय (UK) से Development Administration में मास्टर्स किया है।
UPSC चेयरमैन की नियुक्ति प्रक्रिया
- UPSC Chairman की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
- यह नियुक्ति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 316(1) के अंतर्गत होती है।
- आयोग में कम से कम आधे सदस्य वे होते हैं जिनके पास किसी सरकारी सेवा में कम से कम 10 वर्षों का अनुभव होता है।
- UPSC चेयरमैन या सदस्य 6 साल के कार्यकाल या 65 वर्ष की आयु (जो पहले हो) तक पद पर रहते हैं।
- राज्य या संयुक्त लोक सेवा आयोग के सदस्यों की आयु सीमा 62 वर्ष होती है।
UPSC की भूमिका
UPSC भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा संस्था है, जो IAS, IPS, IFS और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन करती है। इस संस्था का नेतृत्व एक ऐसा व्यक्ति करता है, जो प्रशासनिक अनुभव, ईमानदारी और राष्ट्रहित के प्रति प्रतिबद्धता में सर्वोच्च हो और यही योग्यताएं डॉ. अजय कुमार में स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं।