नई दिल्ली. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में दो दिन से प्रदर्शन कर रही छात्राओं पाए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. छात्राएं छेड़छाड़ के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहीं थी. लाठीचार्ज में छात्राओं को गंभीर चोटें आई हैं. इस लाठीचार्ज के दौरान कुछ मीडियाकर्मियों के घायल होने की भी सूचना है. घटना के बाद भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया है. वहीं विश्वविद्यालय में 2 अक्टूबर तक छुट्टी कर दी गई है और छात्राओं को शाम चार बजे तक हॉस्टल ख़ाली करने के आदेश दिए गए हैं.
लाठीचार्ज से गुस्साए छात्रों ने तोड़फोड़ और आगज़नी की. जिसमे एक सुरक्षा गार्ड भी घायल हो गया. छात्रों की भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने हवाई फ़ायरिंग और लाठीचार्ज भी किया. जिसमे कई छात्र घायल हो गए. बीएचयू प्रशासन के हवाले से कहा गया है कि राष्ट्रविरोधी ताकतें कैंपस का माहौल बिगाड़ रही हैं.
छात्राओं की मांग थी कुलपति सुनें उनकी बात
दरअसल पहले छात्र-छात्राएं बीएचयू कैंपस में छेड़छाड़ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन मामला तब बिगड़ गया, जब वे कुलपति से मिलने उनके आवास पर पहुंचकर घेराव करने लगे. असल में छात्राओं की मांग थी कि कुलपति मौके पर आकर उनकी समस्याओं को सुनकर उसका समाधान निकालें. लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो लोग वीसी के घर की ओर गए. जिसके बाद उनकी झड़प गार्ड से हुई और पथराव हुआ.
घटना के बाद छात्र-छात्राएं वहीं पर बैठ गए. वहां की स्थानीय पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन जब वो नहीं हटे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जिसके बाद गुस्साए छात्रों ने कैंपस में तोड़फोड़ और आगज़नी की. उन्होंने बाहर खड़ी मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया. इसके अलावा पेट्रोल बम भी फेंके गए.
घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारी कैंपस पहुँच गए हैं.