नई दिल्ली. बिहार की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब Election Commission of India (ECI) ने RJD नेता Tejashwi Yadav को Duplicate Voter ID के मामले में नोटिस जारी किया। दरअसल, तेजस्वी ने दावा किया था कि Special Intensive Revision (SIR) अभियान के तहत जारी की गई draft voter list में उनका नाम नहीं है।
लेकिन आयोग के अनुसार, तेजस्वी ने जिस EPIC number (मतदाता पहचान संख्या) का ज़िक्र किया, वह record में मौजूद नहीं है जिससे डुप्लीकेट या फर्जी ID का शक गहराता है।
EC का नोटिस: EPIC नंबर में क्यों उठे सवाल?
चुनाव आयोग को भेजे गए official letter में कहा गया है कि तेजस्वी यादव ने 2 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में EPIC number RAB2916120 बताया था, लेकिन Booth number 204, Serial number 416 पर उनका नाम EPIC number RAB0456228 के साथ दर्ज है। इस अंतर को देखते हुए EC ने स्पष्टीकरण मांगा है कि आखिर ये दो अलग-अलग EPIC नंबर क्यों हैं?
SDM की प्रतिक्रिया: EPIC कार्ड की मूल प्रति दिखाएं
Patna Sadar Sub-Divisional Magistrate और Digha Assembly Constituency के Electoral Registration Officer (ERO) ने तेजस्वी यादव से original EPIC card जमा करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि 2 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आपने जिस EPIC नंबर का ज़िक्र किया था, वह आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किया गया है। कृपया जांच प्रक्रिया के लिए इसकी मूल प्रति प्रस्तुत करें।”
क्या है पूरा मामला?
2 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उनका नाम Draft Voter List में नहीं है।
उन्होंने जो EPIC नंबर बताया, वह चुनाव आयोग के रिकॉर्ड से मेल नहीं खाता।
आयोग ने पाया कि उनका नाम वोटर लिस्ट में मौजूद है लेकिन दूसरे EPIC नंबर के साथ।
इस असंगति पर अब जांच हो रही है कि कहीं दोहरी पहचान (duplicate identity) या कोई clerical error तो नहीं।
क्या तेजस्वी पर हो सकता है बड़ा चुनावी असर?
अगर जांच में यह साबित होता है कि EPIC नंबर डुप्लीकेट है या कोई fraudulent entry हुई है, तो यह मामला तेजस्वी यादव के लिए बड़ा political setback बन सकता है, खासकर चुनावी मौसम में।
वहीं, अगर यह सिर्फ administrative error निकला, तो चुनाव आयोग को अपनी प्रक्रिया पर फिर से विचार करना पड़ सकता है।