नई दिल्ली. भारत ने पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों में अपनी भूमिका निभाने की तत्परता जताई है। Ministry of External Affairs (MEA) ने मंगलवार को कहा कि वह ईरान और इज़रायल के बीच जारी West Asia Conflict के शांतिपूर्ण समाधान का स्वागत करता है और इसमें भारत भी रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। MEA ने अमेरिका और कतर द्वारा मध्यस्थता के ज़रिए Israel-Iran Ceasefire Deal तक पहुंचने की कोशिशों की सराहना की है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक क्षेत्रीय विवादों को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति (diplomacy) के अलावा कोई स्थायी समाधान नहीं है।
ऑपरेशन सिंधु: अब तक 3180 नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया
MEA ने जानकारी दी कि Operation Sindhu Evacuation Mission के तहत अब तक कुल 3180 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया है। मंगलवार को 281 भारतीय, 3 श्रीलंकाई और 2 नेपाली नागरिकों को लेकर एक विशेष फ्लाइट ईरान के मशहद से दिल्ली पहुंची। इससे पहले, तीन अलग-अलग फ्लाइट्स के जरिए 594 भारतीयों समेत नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों को भी इज़रायल से रेस्क्यू किया गया था।
विदेश राज्य मंत्री Pabitra Margherita ने नई दिल्ली एयरपोर्ट पर खुद यात्रियों का स्वागत किया और बताया, “यह 11वां बैच है जिसे हम ईरान से निकाल चुके हैं। हमारी सरकार संकट में फंसे हर भारतीय के साथ खड़ी है और जरूरतमंद पड़ोसी देशों को भी समर्थन दे रही है।”
भारत का स्टैंड: “हर भारतीय के लिए है ऑपरेशन सिंधु”
MoS Margherita ने कहा कि Operation Sindhu for Indian Citizens एक मिशन है, जो हर भारतीय की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। सरकार का उद्देश्य है कि जो भी भारतीय विदेशों में संघर्ष या आपदा के बीच फंसा हो, उसे समय रहते सुरक्षित भारत वापस लाया जाए।
इज़रायल-ईरान संघर्षविराम पर भारत की नजर
उधर, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया था कि Iran and Israel Full Ceasefire पर सहमत हो गए हैं, जो अमेरिकी एयरबेस पर हमले के बाद लागू किया गया। हालांकि, इज़रायल के रक्षा मंत्री Israel Katz ने ईरान पर सीज़फायर का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने IDF (Israel Defense Forces) को आदेश दिया है कि वे तेहरान में मौजूद शासन ठिकानों पर कड़ी जवाबी कार्रवाई करें।