बाढ़ ने वैसे तो भारत के कई हिस्सों को प्रभावित किया है. लेकिन सबसे बड़ी तबाही अभी बिहार में देखने को मिल रही है. जहां उफनती नदियों ने कई जिलों को जलमग्न कर दिया है. बिहार के अररिया से बाढ़ की ऐसी दर्दनाक तस्वीर सामने आई है, जिसे देखते ही रूह कांप जाती है. तीन सेकेंड में ही तीन जिंदगी बाढ़ में बह जाती है. ये ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसे रोका जा सकता था. क्योंकि सैकड़ों लोग तमाशबीन बन कर इसे देख रहे थे. ये वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल हो गई है.
बिहार में बाढ़ के कहर के बीच जिंदगी बचाने की जद्दोजहद भी जारी है. लेकिन सभी उतने खुशनसीब नहीं. ऐसे ही एक मामले में एक परिवार के तीन लोग बह गए. इनमें एक महिला और एक बच्चा भी शामिल है. घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है.
देखें वीडियो:
बताया जा रहा है कि अररिया के मिर्जाबाग जीरो माइल बेलवा पुल के पास एक महिला जर्जर पुलिया से गुजर रही थी. महिला अपने बच्ची व बहन की बेटी के साथ पुल पार कर रही थी. जैसे ही वह जर्जर पुलिया पर पहुंची पुलिया टूट गई और महिला समेत तीन लोग तेज धार में जा गिरे. आपको बता दें कि बीते 13 अगस्त को नेपाल से अचानक पानी आने के कारण अररिया में बाढ़ आ गई थी. मालूम हो कि नेपाल भी इन दिनों भीषण बाढ़ से गुजर रहा है. जहां अब तक 120 से ज्यादा मौते हो चुकी हैं.
घटना की सबसे दुखद बात ये है कि, सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में, तीन लोग बह गए लेकिन कोई कुछ नहीं कर पाया. न तो किसी ने पहले लोगों को पुल पार करने से रोका. न ही किसी ने तैर कर उन्हें बचाने कि कोशिश की.
हम वीडियों में देख सकते हैं कि किस तरह से अचानक ही आए बाढ़ ने सड़क को अंदर से खोखला कर दिया है. पानी का बहाव बहूत तेज है. इसके बावजूद भी लोग बेखौफ होकर, जान हथेली पर रखकर इस टूटते हुए पुल को पार कर रहे थे. जो कि सरासर ग़लत था. वहां खड़े तमाशबीन को इसे रोकना चाहिए था. पर लोग वीडियो बनाने में लगे थे, न कि लोगों को रोकने या बचाने में.
ये वीडियो और दर्दनाक इसलिए नज़र आता है क्योंकि एक परिवार किस कदर अपनी जिंदगी को बचाने की नाकाम कोशिश कर रहा होता है और मौत उसे निगलने के लिए उतारू रहती है. शाम को खाना बनाने के लिए लकड़ी का गठ्ठर सर पर लिए मां और एक छोटा सा बच्चा अपने मां का हांथ थामें हुए पुल पार कर रहा है. कौन जानता था कि ये रास्ता केवल मौत की तरफ जाता था. आखिर में उफनती हुई बाढ़ ने तीन जिंदगी को निगल ही लिया.
इस वक्त केवल बिहार में ही 100 से ज्यादा लोगों की जान बाढ़ ने ली है. लाखों लोगों के घर जलमग्न हो गए हैं. लाखों परिवार विस्थापित हो गए हैं. न खाने को मिल रहा है, न ही रहने का कोई ठीक सा ठिकाना नसीब हो पा रहा है. गरीब लोगों की पूरे जिंदगी भर की कमाई बाढ़ अपने साथ बहा ले जाती है. यही सबसे बड़ा कारण है कि बिहार गरीब का गरीब ही रह जाता है.