बिलासपुर(घुमारवीं). घुमारवीं की ग्राम पंचायत फटोह के गांव नालटी में लोग अभी भी आदिम स्थितियों में अपना जीवन बिता रहे हैं. हालात यह हैं कि यदि कोई बीमार पड़ जाये तो उसे पालकी में डाल कर ही सड़क तक पहुंचाया जाता है. सड़क से यह गांव इस कदर कटा हुआ है कि यहां लोग दिन में भी पैदल चलने से कतराते हैं. ऐसा भी नहीं है कि राजनीतिक आकाओं ने लोगों के दर्द को नहीं समझा. नेताओं ने अपने स्तर पर लोगों को सड़क व पानी की सुविधा देने के कई प्रयास किये हैं. लेकिन लोगों में विकास को लेकर तनातनी इस कदर पैदा हुई कि उन्होने विकास से अपना मुंह ही मोड़ लिया है. यहां के ज्यादातर युवाओं ने गांव से बाहर निकलने में ही अपनी भलाई समझी है
बताते चलें कि इस गांव का प्राचीन समय से विशेष महत्व है. राजाओं के समय बनाये गये ठाकुरद्वारे में यह गांव भी शामिल है. इस गांव के बीचो-बीच एक अति प्राचीन मंदिर भी है. जहां लोग पूजा करते हैं साथ ही यहां एक प्राकृतिक जल भंडारण भी है. जिसे यहां लोग नोन नाम से जानते हैं. कुछ सालों से यह नोन भी सूख गया है. जिससे यहां पानी की समस्या चरम सीमा पर पहुंच गई है. बताते चलें कि इस गांव में करीब 300 परिवार हैं तथा यहां की आबादी लगभग 7 00 से 800 के बीच है
विकास के कई प्रयास
सड़क सुविधा ना होने के कारण लोग गाड़ियों में भी पानी नहीं ला सकते. ऐसे में यहां शादी समारोह करना लोहे के चने चबाने के बराबर है. यदि इस गांव को राजनीतिक नज़र से देखे तो नेताओं ने अपनी तरफ से इस गांव में विकास कार्य करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. 11 अप्रैल 2000 को तत्कालीन सांसद सुरेश चंदेल ने सांसद निधि से यहां समुदायक भवन बनाकर इस गांव में विकास का शुभारंभ किया था. उसके तत्काल बाद 19 जनवरी 2000 को सांसद सुरेश चंदेल ने युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए युवक मंडल भवन का निर्माण भी करवाया.
जगत प्रकाश नड्डा का प्रयास
12 फरवरी 2008 को स्थानीय विधायक तिलकराज शर्मा ने महिला मंडल भवन का निर्माण किया. जबकि 20 सितंबर 1995 को तत्कालीन विधायक जगत प्रकाश नड्डा ने भी यहां महिला मंडल भवन बनाकर लोगों को विकास से जोड़ना चाहा था. वर्तमान में स्थानीय विधायक व संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने भी समुदायक भवन का लोकार्पण किया.
1 इंच जमीन नहीं देंगे साहब
गांव के लोग विकास के नाम पर अपनी 1 इंच जमीन देना भी गवारा नहीं समझते. हालांकि सरकार व प्रशासन ने यहां सड़क निर्माण का कार्य भी शुरू किया जेसीबी(JCB) मशीन भी लगाई गई लेकिन लोगों को गांव में सड़क पहुंचना गवारा नहीं था. लोगों ने कानूनी शरण लेकर सड़क का काम ही बंद करवा दिया जिसके चलते यह मामला आज भी कोर्ट में विचाराधीन है.
नॉलटी गांव से ही संबंध रखने वाले ग्राम पंचायत प्रधान कुलजीत ठाकुर ने बताया कि लोगों का परस्पर सहयोग ना मिल पाने के कारण विकास के कार्य नहीं हो पा रहे हैं. उन्होने बताया कि स्थानीय विधायक व मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी द्वारा गांव में दो हैंडपंप भी पास किये गये हैं. सड़क के लिये भी धन की मंजूरी मिल गई है. उन्होने कहा कि यदि लोग सहयोग करें तो मात्र 15 दिन में ना केवल गांव में सड़क पहुंच जायेगी बल्कि गांव में दो हैंडपंप भी लगा दिये जायेंगे.