पाली. शहर सहित जिले भर में बीते दिनों हुई चोरी एवं नकबजनी की वारदातों में लिप्त गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो नकबजन गिरोहों के ग्यारह सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. गिरोह के सदस्यों ने पाली एवं जालोर जिले में तीन दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है. इनमें से एक आरोपी बस का मालिक है जिसकी पाली से जैतारण के बीच में बस संचालित होती है.
इस गिरोह के सदस्यों ने पाली शहर में 23 नकबजनी की वारदातों सहित सोजत, जैतारण, रोहट, सादड़ी, जालोर में कुल 38 वारदातें करना स्वीकार किया है. इन दोनों गिरोह के सदस्यों द्वारा पाली शहर में अलग-अलग स्थानों पर बंद मकानों के ताले तोडक़र सोने-चॉंदी के जेवरात व रोकड़ रुपये चोरी करने की वारदातें करना स्वीकार किया गया है.
सभी गिरफ्तार आरोपियों की 2 अलग-अलग गैंग है जिसमें एक गैंग का सरगना अकरम बेग व मूलाराम तथा दूसरी गैंग का मुख्य सरगना मुकेश मेघवाल है. अकरम बेग के पास बस भी है जो पाली से जैतारण के बीच में संचालित होती है. मूलाराम भाट 2 वर्ष पूर्व अकरम बेग के सम्पर्क में आया था और एक वर्ष तक नकबजनी के प्रकरणों में जेल में रहने के बाद मूलाराम अगस्त 2016 में जेल से रिहा हुआ. जेल से बाहर आने के बाद मूलाराम ने फिर से नकबजनी की वारदात करना शुरू कर दिया तथा बस मालिक अकरम बेग को साथ में लेकर अपनी गैंग के साथ कई वारदातों को अंजाम दिया.
मूलाराम अकरम की बस में दिन में कंडक्टरी का काम करता तथा रात में अकरम व अन्य साथियों के साथ पाली शहर व अन्य स्थानों पर नकबजनी की वारदात करता है. इस गैंग द्वारा दिन में भी कई बंद मकानों के ताले तोडक़र लाखों रूपयों के जेवरात व रूपये चोरी किये गये. बस मालिक अकरम बेग ने रैकी के बाद जैतारण में भी कई वारदातें मूलाराम, रमेश, जीतू व किशन से करवाई. सभी आरोपियों को कोतवाली पुलिस एवं औधोगिक थाना पुलिस द्वारा गिरफतार किया गया है, जिनसे गैंग के नेटवर्क व अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ जारी है.
शहर सहित जिले भर में हुई चोरी एवं नकबजनी की वारदातों का खुलासा करने के लिए एस पी दीपक भार्गव ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति स्वरूप शर्मा के निर्देशन में देरावरसिंह सोढ़ा निरीक्षक पुलिस थानाधिकारी सदर , अमरसिंह रतनू थानाधिकारी कोतवाली नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया. इस टीम में दाऊद खान एसआई, सुरेश कुमार बारोलिया सउनि, हैड कान्सटेबल शाह रसूल, गौतम आचार्य, कांस्टेबल धनराज, सोहनलाल, बलवन्ताराम, हरकेश मान, जितेन्द्र वागोरा, राकेश शर्मा, धुड़ाराम, गोपालचन्द, सन्दीप यादव, ओमप्रकाश सीरवी, जसाराम कुमावत को शामिल किया गया. टीम ने अपने संपर्को के आधार पर गोपनीय सूचनाएं संकलित कर पुराने चालानसुदा नकबजन, चोर, आदि मुश्तबाओं पर नजर रखी और नकबजनी एवं चोरी की वारदतातों में लिप्त होने के पुख्ता सबूत मिलने पर दो गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफतार किया. पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में इन्होने पाली एवं जालोर जिले में तीन दर्जन से अधिक वारदातें करना स्वीकार किया है.