नई दिल्ली. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) Ajit Doval ने मंगलवार को Shanghai Cooperation Organisation (SCO) की बैठक में आतंकवाद को लेकर भारत का स्पष्ट और सख्त रुख सामने रखा। उन्होंने कहा कि Cross-Border Terrorism समेत किसी भी प्रकार का आतंकी हमला Crime Against Humanity है और इससे किसी भी हाल में समझौता नहीं किया जा सकता। डोभाल ने सभी सदस्य देशों से United Information Campaign चलाने की अपील की ताकि Terrorism, Separatism और Extremism जैसी चुनौतियों से सामूहिक रूप से निपटा जा सके।
No Safe Haven for Terrorists: ऑपरेशन सिंदूर का भी किया जिक्र
अजीत डोभाल ने अपने संबोधन में Operation Sindoor का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारत की मापी-तौली लेकिन निर्णायक प्रतिक्रिया थी। उन्होंने बताया कि Pahalgam Terror Attack, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा (TRF) ने 26 भारतीय और नेपाली नागरिकों की हत्या की थी, उसका जवाब भारत ने इसी ऑपरेशन के ज़रिए दिया। डोभाल ने कहा कि हमारी कार्रवाई escalatory नहीं थी, लेकिन सटीक थी। आतंक के नेटवर्क को जड़ से खत्म करना हमारी प्राथमिकता है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठनों पर की बात
NSA डोभाल ने कहा कि भारत को लगातार UN-Sanctioned Terror Groups जैसे Lashkar-e-Taiba (LeT), Jaish-e-Mohammed (JeM), Al-Qaeda ISIS और उनके सहयोगी संगठनों से खतरा बना हुआ है। उन्होंने इनके खिलाफ निर्णायक और स्पष्ट कदम उठाने की अपील की। उन्होंने ज़ोर दिया कि इन संगठनों के Terror Ecosystem और Support Infrastructure को ध्वस्त करना ज़रूरी है, चाहे वो कहीं भी मौजूद हों।
आतंकवाद से निपटने में दोहरे मापदंड अब नहीं चलेंगे
डोभाल ने चेतावनी दी कि यदि अंतरराष्ट्रीय समुदाय आतंकवाद के खिलाफ ईमानदारी से खड़ा नहीं होता और दोहरे मापदंड अपनाता है, तो आतंकियों का हौसला बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि Cross-Border Terror Funding, Training और Sheltering करने वालों को जवाबदेह ठहराना होगा।
India-China Dialogue भी हुआ
इस मौके पर अजीत डोभाल ने Chinese Foreign Minister Wang Yi से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने India-China Border Tensions, खासकर Eastern Ladakh Standoff, पर बातचीत की और आपसी संबंधों को सुधारने पर जोर दिया।