शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के नजदीक चमियाणा में शिमला कालका फोरलेन के तहत ब्रिज बनाया जाएगा. ये एशिया का सबसे ऊंचा केबल ब्रिज होगा. इसकी ऊंचाई 148 मीटर होगी और पुल 540 मीटर लंबा होगा.
पुल बनने के बाद इसे केबल से जोड़ने के लिए उनके ऊपर 240 मीटर पिलर लगाए जाएंगे. इसको तैयार करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पूरा प्रस्ताव जिला प्रशासन को दे चुका है.
पर्यटन की दृष्टि से भी है अहम
केबल पुल बनाने का काम भी शिमला कालका फोरलेन के अंतिम चरण में शुरू कर दिया जाएगा. पर्यटन की दृष्टि से भी इसका इस्तेमाल शहर में आने वाले सैलानियों के लिए किया जाएगा. इसे सैलानियों के लिए पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा.
बता दें कि ढली से कैथलीघाट तक 28 किलोमीटर अंतिम चरण में शिमला कालका फोरलेन का निर्माण होना है. इसके पहले चरण में 17 किलोमीटर शकराल तक और उससे अगले अगले चरण में 11 किलोमीटर का निर्माण किया जाना है.
फोरेस्ट क्लीयरेंस के कारण लटका निर्माण कार्य
पहले चरण में फोरलेन को बनाने का काम शुरू भी हो गया है. इसके लिए जो भी फॉरेस्ट क्लीयरेंस से लेकर अन्य औपचारिकताएं थी, वे भी सब मिल चुकी है. अंतिम चरण जो 11 किलोमीटर का फोरलेन बनना है. इसका काम अभी तक फोरेस्ट क्लीयरेंस न मिलने के कारण लटका है.
इसमें फॉरेस्ट क्लीयरेंस को लेकर अभी इंतजार किया जा रहा है. इसके सर्वे की लाइन बदलने के कारण अब पहले के मुकाबले इसमें ज्यादा पेड़ कट सकते हैं. इसलिए इसकी मंजूरी मिलने में कुछ और समय लग सकता है.