नई दिल्ली. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है। इसमें भारत में निर्मित तीन संदूषित कफ सिरप की पहचान को लेकर सतर्क रहने के लिए कहा गया है। WHO ने दुनियाभर की स्वास्थ्य प्राधिकरणों से अपील की है कि अगर इन दवाओं का पता चले तो तुरंत रिपोर्ट करें।
संक्रमित बैच में शामिल हैं
Coldrif – Sresan Pharmaceutical
Respifresh TR – Rednex Pharmaceuticals
ReLife – Shape Pharma
WHO के अनुसार, ये सिरप गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं और इनके सेवन से जानलेवा बीमारियाँ हो सकती हैं।
22 बच्चों की मौत हो चुकी है
भारत के सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने बताया कि ये जहरीली दवाएं मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों द्वारा ली गईं, जहां कम से कम 22 बच्चों की मौत हो चुकी है। ज्यादातर मृतक परसिया क्षेत्र के थे। इसके अलावा कई बच्चे महाराष्ट्र के नागपुर के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। परीक्षण में पाया गया कि ये कफ सिरप डाइएथिलीन ग्लाइकोल (DEG) की अत्यधिक मात्रा (लगभग अनुमत सीमा से 500 गुना अधिक) से संक्रमित थे।
CDSCO ने स्पष्ट किया कि संक्रमित दवाएं भारत से विदेश में नहीं भेजी गईं और कोई अवैध शिपमेंट का सबूत नहीं मिला। अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने भी पुष्टि की कि ये जहरीली दवाएँ अमेरिका में नहीं भेजी गईं।
इस बीच, कई राज्यों ने कफ सिरप पर रोक लगा दी है और कुछ राज्यों ने दो साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सभी कफ और ठंड से जुड़ी दवाओं पर प्रतिबंध लगाया है।
तमिलनाडु सरकार की कार्रवाई:
Sresan Pharmaceutical का Coldrif सिरप बनाने का लाइसेंस रद्द किया गया।
कंपनी को बंद करने का आदेश दिया गया।
निरीक्षण में सिरप में 48.6% DEG पाया गया।
अन्य दवा निर्माण कंपनियों की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए।
कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन को मध्य प्रदेश की विशेष जांच टीम ने हाल ही में गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने Prevention of Money Laundering Act (PMLA) मामले में Sresan Pharmaceuticals के परिसर पर छापेमारी की।
तमिलनाडु सरकार ने कहा कि राज्य में अन्य दवा निर्माण कंपनियों की भी पूरी जांच की जाएगी।
