शिमला. प्रधान सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन ओंकार चन्द शर्मा ने कहा कि 8 फरवरी, 2018 को भूकंप को लेकर प्रदेश भर में चौथे विशाल मॉक अभ्यास का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी 12 जिले भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि अति-संवेदनशील जोन चार तथा पांच में आने के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश भूकम्प की दृष्टि से अति-संवेदनशील क्षेत्र है.
शर्मा ने गुरूवार को शिमला में घटना प्रतिक्रिया प्रणाली पर अधारित जागरूकता कार्यक्रम तथा अभ्यास एवं समन्वय सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य हितधारकों को जागरूक करना, प्रतिक्रिया प्रणाली का मूल्यांकन करना तथा नुक्सान को कम करने व इसके लिए तैयारियों की सफलता एवं इसमें कुछ कमियों का पता लगाना है. सम्मेलन में सेना एनडीआरएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, पुलिस, विभिन्न जिलों के उपायुक्त व विभिन्न विभागाध्यक्ष शामिल हुए.
7 फरवरी, 2018 को 11 बजे टेबल टॉप अभ्यास किया जाएगा, जिस अभ्यास में सभी जिलों के उपायुक्त वीडियो कॉनफ्रेंस के माध्यम से शामिल होंगे, जबकि राज्य स्तरीय अधिकारी राज्य सचिवालय में उपस्थित रहेंगे. उन्होंने कहा कि पूर्व में इस प्रकार की मॉक अभ्यास नवम्बर, 2016 में अति-संवेदनशील जिलों शिमला, कांगड़ा, मण्डी, चम्बा, सोलन, किन्नौर तथा कुल्लू को शामिल किया गया था, परन्तु इस बार इस मॉक अभ्यास में सभी जिले भाग लेंगे.