बिलासपुर (घुमारवीं). नगर परिषद के कर्मचारी कई दिनों से शहर का कूड़ा नहीं उठा पा रहे, जिससे कूड़ा पात्र भरे पड़े हैं और चारो ओर कूड़ा बिखरा पड़ा है जिससे बदबू आ रही है. नगर परिषद ने कुछ समय पहले एक वार्ड से घर-घर से कूड़ा उठाने की मुहिम छेड़ी थी, वह भी आजकल नहीं रही है.
नगर परिषद के कर्मचारी पिछले कई दिनों से कूड़ा नहीं उठा रहे हैं और जहां कहीं से कूड़ा उठ रहा है वह भी कूड़ा पात्र के पास खुद कर्मचारी फेंक रहे हैं. गर्मी का मौसम शुरू हो जाने के कारण कूड़ा पात्र के चारो ओर बिखरे पड़े कूड़े से बदबू फैली हुई है जिससे किसी भंयकर बीमारी होने की आशंका हो सकती है.
हैरानी की बात तो यह है कि यह कूड़े का ढेर एनएच 103 पर व्यापार मंडल के प्रधान हेम राजसंख्यान के घर के सामने लगा हुआ है. एनएच 103 शिमला धर्मशाला पर हर रोज इस सड़क से सरकार के मंत्रीयों और विधायकों और ,स्थानीय प्रशासन ,पुलिस प्रशासन जिला प्रशासन की गाड़ीयों का काफिला गुजरता है, तो प्रशासन भी कूड़े के ढेर को देख कर अनदेखा कर देते है जिससे लेकर स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति रोष है.
बीमारियों का खतरा
लोगों ने कहा कि एसडीएम की गाड़ी दिन में छह बार इस सड़क से गुजरती है फिर भी उन्हें यह कूड़ा दिखाई नहीं दे रहा है. स्थानीय लोगों में प्रदीप डोगरा, प्रिंसिपल कुलदीप डोगरा, सोनी, प्रकाश राणा, राकेश चंदेल, जुथा, राकेश कुमार, रमेश कुमार, हरि सिंह, शंकर, विशाल, शिबू, कनक, दीप, कुलजीत, अनिल कुमार, चमन आदि ने कहा कि नगर परिषद के ही सफाई कर्मचारी लोगों के घरों से कूड़ा एकत्रित करके कूड़ा पात्र के बाहर रख देते है जो निंदनीय है.
शहर के कुछ लोग भी कूड़ा यहां पर फेंक देते हैं जिससे कूड़े का ढेर काफी ज्यादा हो गया है. इन लोगों ने नगर परिषद के अधिकारी से आग्रह किया है कि नगर परिषद की सफाई व्यवस्था का ध्यान रखे और लोगों के घरों के पास ही कूड़ा एकत्रित न करें क्योकि घरों में बच्चे भी रहते हैं जो इस बदबू से बीमारी के शिकार हो सकते है.
प्रशासन से गुहार
इन लोगों ने नगर परिषद और स्थानीय प्रशासन को चेताया है कि अगर बच्चों को बदबू के कारण बीमारीयों का सामना करना पड़ा तो इसकी सारी जिम्मेदारी स्थानीय को लेकर नगर परिषद और स्थानीय प्रशासन की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यलय से ऑनलाइन की जाएगी.
शहर में कई स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं जो कई दिनों से नहीं उठाए जा रहे हैं. शहर के कुछ भीड़ वाले क्षेत्रो में तो हर दिन कूड़ा उठना स्वाभाविक है पर यह नहीं हो रहा है. इन लोगों ने कहा कि अगर शीघ्र ही इस बारे में संबधित विभाग कुभकर्णी नींद से नहीं जागा तो आंदोलन से भी परहेज नहीं किया जाएगा.
लोगों ने कहा कि सरकारें आती गई और जाती गई पर घुमारवीं का कूड़े की समस्या का निदान नहीं हुआ है. जो विधानसभा के समय कहते थे कि सरकार भाजपा की आने दो तो एक महीने मे ही समाधान हो जाएगा.
जहां पर यह कूड़े का ढेर लगा हुआ है उस रास्ते से तीन बड़े स्कूलों के हजारो बच्चें गुजरते हैं और स्थानीय राहगीर भी चलते हैं जो इस बदबू से बचने के लिए नाक पर रूमाल रख कर गुजरते हैं.
नगर परिषद की अध्यक्षा गीता महाजन ने कहा कि इस समस्या को लेकर प्रशासन को अवगत करवा दिया है और प्रशासन से आग्रह किया है कि शीघ्र जगह का चयन करें जिससे इस समस्या का समाधान हो सके. फिर भी जहां कूड़ा पड़ा है उसे शीघ्र हटा दिया जाएगा.