मंडी(धर्मपुर). जिला के ग्राम पंचायत बिंगा में अरबी (कचालू) की बंपर फसल होने से यहां के किसान काफी खुश हैं. बिंगा गांव के कचालू यहीं नहीं बल्कि दूसरे जिलों में भी प्रसिद्ध हैं और यहां के कचालू की मांग इनको निकालने से पहले ही शुरू हो जाती है. क्योंकि यहां के किसानों द्वारा इसके लिए खाद का प्रयोग बिलकुल नहीं किया जाता है.
पहले यहां पर लोग अपनी जरूरत के मुताबिक ही कचालू की बिजाई करते थे, लेकिन बंदरो के आतंक से लोगों ने अपनी परंपरागत खेती से तौबा कर लेने के बाद नगदी फसलों की ओर कचालू, हल्दी और अदरक की ओर रुझान कर लिया. इससे एक तो किसानों की आमदनी में इजाफा हुआ और दूसरा बंदरो के आतंक से भी छुटकारा मिला.
बिंगा के कचालू की इतनी मांग है की कई लोगों ने तो फसल निकलने से पहले ही बुकिंग करवा रखी है क्योंकि लोग यहां के कचालू का इस्तेमाल शादी व अन्य कार्यक्रमों में दम और मदरा बनाने के लिए करते हैं. किसान आशा राम, ओमप्रकाश, मेहर सिंह, मोहन लाल, पूरब देवी, लीला देवी आदि ने बताया की लोग आजकल 40 रूपये किलो के हिसाब से बेच रहे हैं. उनके कचालू की भारी मांग के चलते कई किसान तो आजकल बेचने से भी इंकार कर रहे है क्योकिं उन्हें बिजाई के समय ज्यादा दाम मिलता है.