शिमला. हिमाचल प्रदेश गठन के 52 साल के बाद आज राज्य को दूसरा विश्वविद्यालय मिल गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज मंडी में सरदार पटेल विश्वविद्यालय में 16.18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित दो ब्लॉक्स का लोकार्पण किया. इसके साथ ही विश्वविद्यालय का विधिवत रूप से शुभारंभ हो गया.
141 से अधिक सरकारी और निजी महाविद्यालयों को शामिल किया गया
सरदार पटेल विश्वविद्यालय मण्डी के नाम से स्थापित इस राज्य विश्वविद्यालय के अन्तर्गत मण्डी, कांगड़ा, चम्बा, लाहौल-स्पीति और कुल्लू जिला के 141 से अधिक सरकारी और निजी महाविद्यालयों को शामिल किया गया है.
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के गठन के पश्चात 22 जुलाई, 1970 को प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय शिमला में स्थापित किया गया था.
बासाधार में कैंपस बनाने पर विचार
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि मंडी स्थित सरदार पटेल विश्वविद्यालय जुलाई से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से अपना कार्य शुरू कर देगा. विश्वविद्यालय के कैंपस के लिए कुछ स्थानों पर जगह का चयन किया गया है, लेकिन द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत बाने वाले बासाधार में अधिक जमीन उपलब्ध होने के कारण, कैंपस को वहां पर बनाने पर विचार किया जा रहा है. सीएम ने बताया कि अभी वल्लभ कालेज परिसर में स्थित क्लस्टर विश्वविद्यालय के भवन से इसका संचालन होगा और यहां पर 25 करोड़ की लागत से एक अन्य भवन का निर्माण भी किया जा रहा है.
उद्घाटन के मौके पर शिक्षा मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, जिला के सभी विधायक, प्रशासनिक और विश्वविद्यालय के अधिकारी मौजूद रहे.