नई दिल्ली. देश के हर कोने में इतिहास, विरासत, सौंदर्य, संस्कृति और प्रकृति का खजाना फैला हुआ है, जिसको देखने के लिए दुनिया भर के लाखों लोग भारत का रूख करते हैं, इसी का नतीजा है कि देश में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है. पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से हालिया जारी रिपोर्ट के अनुसार जनवरी, 2017 की तुलना में इस साल जनवरी, 2018 के दौरान विदेशी पर्यटकों के आगमन में 8.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
देश में इस साल जनवरी तक आने वाले पर्यटकों का आंकड़ा 66 लाख का रहा, जबकि जनवरी 2017 में यह 9.83 लाख और जनवरी 2016 में 8.45 लाख था. जो दिखाता है कि भारतीय पयर्टन तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस साल देश में आने वाले विदेशी पयर्टकों में सबसे ज्यादा संख्या बांग्लादेश के पर्यटकों की रही वहीं अमेरिकन पयर्टकों भी बड़ी संख्या में भारत आए.
विश्व के शीर्ष 15 देशों से भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों का आंकड़ा देखें तो इस साल बांग्लादेश से 36 प्रतिशत, अमेरिका से 14.10 , ब्रिटेन से 10.81 प्रतिशत, कनाडा से 4.63 प्रतिशत, रूसी संघ से 4.49 , ऑस्ट्रेलिया से 3.60 , फ्रांस से 2.76 प्रतिशत , जर्मनी से 2.64 प्रतिशत, मलेशिया से 2.63 प्रतिशत, श्रीलंका से 2.59 प्रतिशत, चीन से 2.27 प्रतिशत, जापान से 2.08 प्रतिशत, कोरिया गणराज्य (1.93 प्रतिशत, अफगानिस्तान से 1.86 प्रतिश और नेपाल से 1.59 प्रतिश का रहा.
ई-पर्यटक वीजा का दिख रह असर
डिजिटलाइजेशन के बढ़ते प्रभाव के कारण देश में आने पिछले साल की तुलना में इस साल ई-पर्यटक वीजा पर विदेशी पर्यटकों के आगमन में 58.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जनवरी 2018 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर कुल मिलाकर 40 लाख विदेशी पर्यटक आए, जबकि पिछले साल जनवरी, 2017 में यह संख्या 1.52 लाख थी. यह 58.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
यात्रा एवं पर्यटन भारत देश का सबसे बड़ा सेवा क्षेत्र है. इसके अंतर्गत भारतीय परंपरा, संस्कृति, चिकित्सा, व्यापार और खेल पर्यटन के क्षेत्र आते हैं. केन्द्रीय पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री के.जे. अल्फोंस ने कहा है कि पर्यटन में देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने की क्षमता है, क्योंकि यह विदेशी मुद्रा अर्जित करने, रोजगार देने तथा महिलाओं को सशक्त बनाने का साधन है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रांड एम्बेस्डर की भूमिका निभा रहे हैं और विश्व के सामने भारत को प्रोमोट कर रहे हैं. प्रधानमंत्री द्वारा की गई यात्रा वाले देशों से विदेशी पर्यटकों का आगमन बढ़ा है. सरकार द्वारा ई-टूरिस्ट वीजा जैसे उठाए गए कदमों के अच्छे परिणाम आए हैं.
भारत विश्व के पांच शीर्ष पर्यटक स्थलों में से एक
भारत विश्व के पांच शीर्ष पर्यटक स्थलों में से एक है, इसीलिए भारतीय पर्यटन विभाग ने सितंबर 2002 में ‘अतुल्य भारत’ नाम से एक नया अभियान शुरू किया था. इस अभियान के तहत हिमालय, वन्य जीव, योग और आयुर्वेद पर अंतर्राष्ट्रीय समूह का ध्यान खींचा गया. देश के पर्यटन क्षेत्र के लिए इस अभियान से संभावनाओं के नए द्वार खुले हैं. देश की पर्यटन क्षमता को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करने वाला अपने किस्म का यह पहला प्रयास था.
पर्यटन के क्षेत्र में विकास इसके पहले राज्य सरकारों के अधीन हुआ करता था. राज्यों में समन्वय के स्तर पर भी बहुत थोड़े प्रयास दिखते थे. देश के द्वार विदेशी सैलानियों के लिए खोलने का काम यदि सही और सटीक काम किसी ने किया तो हवाई अड्डों से पर्यटन स्थलों के सीधे जुड़ाव ने. इसने पर्यटन क्षेत्र के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आज सैलानी पर्यटन के लिहाज़ से सुदूर स्थलों की सैर भी आसानी से कर सकते हैं. निजी क्षेत्रों की विमान कंपनियों को देश में उड़ान भरने की इजाज़त ने भी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है.