मुंबई के कोरेगांव जातीय हिंसा को भड़काने के आरोप में जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद को क्लीन चिट मिल गई है. दोनों पर जातीय हिंसा भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी.
सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि गुजरात के विधायक मेवाणी और जेएनयू छात्र उमर खालिद की भीमा-कोरेगांव हिंसा में कोई भूमिका नहीं है.
इससे पहले एफआईआर दर्ज होने के बाद नाराज जिग्नेश ने प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि गुजरात मे 150 सीट हासिल न कर पाने का बदला बीजेपी ले रही है. उन्हें टारगेट किया जा रहा है और उनपर भड़काऊ भाषण देने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है.