सिरमौर (नाहन). पंचायत टाइम्स की टीम सिरमौर की नाहौन विधानसभा के कांडो क्षेत्र में पहुंची. वहां पहुंचकर उन्होने नाहन के मौजूदा विधायक और हिमाचल के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजीव बिंदल से बातचीत की.
पंचायत टाइम्स के विशेष संवाददाता राजन पांडेय ने राजीव बिंदल से बात करते हुए बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले तक राजीव, सोलन की सीट से चुनाव लड़ते थे लेकिन परिसीमन के कारण उन्होने अपना पिछला चुनाव सिरमौर जिले की नाहन सीट से लड़ा. इस सीट पर उन्होंने भारी मतों से जीत भी हासिल की. इस बार उनके सामने मुकाबले के लिये कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मौजूद हैं.
कांग्रेस की वीरभद्र सरकार के किये गये कामों पर इन चुनावों में जनमत होना है.
नाहन पर भी वही बात लागू होती है. 70 में से 60 साल तक नाहन पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. हिमाचल में अभी विकास के आखिरी पायदान पर यह जिला और सीट मौजूद है. बतौर विपक्ष हमने खूब लड़ाइयां लड़ी हैं. इसके अलावा 500 बेड का अस्पताल मोदी और नड्डा जी के माध्यम से और नेशनल हाइवे और पुल केंद्र सरकार के माध्यम से प्राप्त किये हैं.
IIM हिमाचल के बाबत उनका कहना है कि यह प्रोजेक्ट केंद्र का है और 15 अगस्त 2015 को सिरमौर को मिला है. एक भी पैसा इसमें यूपीए सरकार का नहीं है इसी तरह मेडिकल कॉलेज के लिये भी एक भी पैसा यूपीए की सरकार ने नहीं दिया है. सारा पैसा केंद्र सरकार ने हमें दिया है. सिरमौर से उद्योगों के कम होने पर आपकी योजना क्या है इस बारे में वह बताते हैं कि वाजपेयी सरकार द्वारा दिये गये पैकेज से यहां औद्योगिक विकास हुआ है लेकिन कांग्रेस की सरकार की वजह से यहां उद्योग पुनर्जीवित नहीं हो सके. इसी के साथ वह वादा करते हैं कि अगर भाजपा की सरकार आती है तो हम फाउंड्री और पर्यटन को यहां पर फिर से लाएंगे. जिससे रोजगार पैदा हो सके.