अहमदाबाद: गुजरात राज्यसभा चुनाव की वोटिंग हो गई है लेकिन वोटों की गिनती में देरी हुई है. कांग्रेस ने दो विधायकों के वोट रद्द करने की मांग की है. अब वोटों की गिनती को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. वोट का खुलासा करने पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने वोट रद्द करने की गुहार लगाई.नाराज विधायक राघवजी पटेल ने बीजेपी को वोट देने के बाद वोट की पर्ची दिखाई जबकि कांग्रेस के विधायक भोला पटेल ने भी पर्ची दिखाई थी. वोट रद्द करने को लेकर कांग्रेस की लीगल टीम भी चुनाव आयोग पहुंच गई है. उधर, बीजेपी के बड़े दिग्गज नेता चुनाव आयोग पहुंच गए हैं.
गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मंगलवार को चुनाव हुआ है. इस चुनाव पर सबकी नज़रें इसलिए हैं, क्योंकि यह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल की प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है.तीन सीटों पर कुल चार उम्मीदवारों के बीच मुक़ाबला है. इनमें तीन भाजपा और एक कांग्रेस से हैं. भाजपा की तरफ़ से राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और हाल ही में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए बलवंत सिंह राजपूत चुनाव मैदान में हैं. इसी साल नवंबर-दिसंबर में गुजरात में चुनाव होने हैं, जहां कई वजहों से भाजपा बैकफुट पर है. 2019 के लोकसभा चुनावों में भी ये सब चीज़ें बड़ी अहम हो जाती हैं. इस वजह से इस चुनाव का महत्व बढ़ गया है.
सूत्रों की मानें तो अमित शाह और स्मृति ईरानी आसानी से राज्यसभा पहुंच सकते हैं. वहीं असल राजनीति बलवंत सिंह को जिताने के लिये हो रही है. दरअसल कांग्रेस के विधायकों के क्रॉस वोटिंग किये बगैर बलवंत सिंह की जीत मुश्किल है. इसीलिए बीजेपी ने एड़ी-चोटी का जाेर लगा रखा है, अब देखना होगा कि बीजेपी तीनों सीटों पर जीत हासिल करती है या कांग्रेस अहमद पटेल की सीट निकाल ले जाती है.