कुल्लू(मनाली). लाहौल घाटी की बर्फबारी में फंसे लगभग 400 लोग रोहतांग दर्रा पार कर अपने घर पहुंच गए हैं. 54 बड़ी गाड़ियों सहित 188 वाहनों ने रोहतांग दर्रा पार कर मनाली पहुंचे. वीरवार को रैस्क्यू टीम की निगरानी में सुबह 11 बजे गाड़ियों ने कोकसर से रोहतांग की ओर कूच किया. शाम 4 बजे तक लाहौल व पांगी घाटी के लोगों का आना लगा रहा. बी.आर.ओ. ने रोहतांग दर्रे को कल ही बहाल कर दिया था लेकिन शाम हो जाने के कारण वाहनों को नहीं भेजा जा सका था.
रैस्क्यू टीम ने 7 दिन से फंसे लोगों को निकाला
वीरवार की सुबह से लाहौल घाटी बादलों से ढक गई, बादल देख लोग सहम से गए लेकिन लाहौल-स्पीति प्रशासन की पहल से 7 दिन से फंसे हुए लोगों को घाटी से बाहर निकाला गया. रोहतांग दर्रे में पानी जमने से वाहन चालकों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. कोकसर रैस्क्यू टीम ने वाहनों के काफिले को रोहतांग तक पहुंचाया, जबकि रोहतांग से मढ़ी तक वाहनों का काफिला मढ़ी रैस्क्यू टीम की निगरानी में मनाली रवाना हुआ.
सुबह 11 से शाम 4 बजे तक चलती रहीं गाड़ियां
एस.डी.एम. केलंग कुलदीप सिंह राणा ने बताया कि लाहौल-स्पीति प्रशासन ने प्राथमिकता के हिसाब से लाहौल में फंसे लोगों को घाटी से बाहर निकाला है. उन्होंने बताया कि सुबह 11 से शाम 4 बजे तक कोकसर से वाहनों को मनाली भेजा गया. बहरहाल लाहौल में फंसे लोगों को प्रशासन ने 7 दिन के बाद घाटी से बाहर भेज कर उन्हें राहत दी है.