मंडी. करसोग में रविवार को छात्र संगठन एसएफआई का दो दिवसीय जिला सम्मेलन हुआ. जिसमें स्वाधीनता, जनवाद और समाजवाद के नारे को बुलंद किया गया. सम्मेलन के दौरान शिक्षा के केन्द्रीकरण, व्यापारीकरण, निजीकरण व साम्प्रदायिकरण के खिलाफ संघर्ष को तेज करने पर बल दिया गया. इसके साथ ही सरकार द्वारा छात्र विरोधी नीतियों और छात्र समूहों के दमन पर चर्चा की गई.
सम्मेलन में राज्य सचिव साथी सुरेश सरवाल ने कहा कि आज सरकारें विद्यार्थियों का शोषण कर रही है. सरकार ने शिक्षा के स्तर को बहुत नीचे गिराया है. सुरेश अग्रवाल ने कहा कि महाविद्यालयों में बैठने की सुविधा नहीं है. अपनी बिल्डिंग नहीं है. अध्यापकों की कमी है. वहीं, दूसरी ओर सरकारें शिक्षा के बजट में लगातार कटौती करने में जुटी है.
सुरेश अग्रवाल ने अनीता की आत्महत्या पर कहा कि क्यों एक लड़की नीट में पास नहीं हो पाती है और आत्महत्या कर लेती है? इन सब के लिए ये सरकारी तंत्र ही जिम्मेदार है.