श्रीनगर. पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले में सिपाही का 16 साल का बेटा भी शामिल था. एजेंसियों की जांच में यह तथ्य सामने आया है. बताया गया कि त्राल निवासी फरदीन अहमद के पिता जम्मू-कश्मीर पुलिस में सिपाही हैं. फरदीन कक्षा-10 की पढ़ाई कर रहा था. एजेंसियां अब इस छानबीन में लगी हैं कि स्कूली छात्रों को किस तरह आतंकी संगठनों ने बरगलाया.
2016 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पठानकोट एयरबेस पर ठीक 1 जनवरी को हमला कराया था जिसमें 7 जवान शहीद हुए थे. पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर शनिवार की रात ढाई बजे हमला हुआ. आतंकियों ने कैंप में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें 5 जवान शहीद हो गए और दो घायल हुए. जवानों ने भी तत्काल मोर्चा संभाला और जवाबी हमला शुरू किया इसमें दो आतंकी मार गिराए गए. सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है. माना जा रहा है कि कैंप में कुछ आतंकी छिपे हो सकते हैं.
मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान पुलवामा के मंजूर अहमद और त्राल के फरदीन के रूप में हुई है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. सेना के अफसरों ने बताया कि ऐसे हमले के खुफिया इनपुट थे, इसलिए जवानों को पहले से एलर्ट किया गया था. हालांकि हमले में 5 जवान शहीद हो गए. इनके नाम कैप्टन शरीफ-उद-दीन गनाइ, तौफील अहमद, राजेंद्र नैन, प्रदीप कुमार पंडा और इंस्पेक्टर कुलदीप रॉय हैं.