हमीरपुर. एनजीटी के मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्रसिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की बयानबाजी से राजनीति गरमा गई है. वीरभद्र सिंह के एनजीटी को प्रदेश का हितकारी नहीं होने वाले बयान पर धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को मामले की सारी जानकारी हासिल किए बिना टिप्पणी करना गलत है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यावरण और विकास को जारी रखने के लिए यह फैसला उचित है. इस पर बयानबाजी होना गलत बात है.
एनजीटी के द्वारा प्रदेश में पेड़ कटान पर सीधा जुर्माना, ढ़ाई मंजिला से ज्यादा मकान बनाने पर रोक व एनएच के किनारे भवन बनाने पर रोक के निर्देषों पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश में विकास व पर्यावारण पर संतुलन बनाने की आवश्यकता है और सरकार को इन दोनों के बीच का रास्ता अपनाने पर बल देना होगा.
धूमल में भीतर घातियों पर बोलते हुए कहा कि हमीरपुर में हुई बैठक में बागियों और भीतरघातियों पर चर्चा की गई है और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के ध्यान में बातें लाई गई है और जल्द ही इन पर कार्रवाई की जाएगी.