नई दिल्ली. भारत में 9 सितंबर 2025 (मंगलवार) को 15वें उपराष्ट्रपति का चुनाव होने जा रहा है। इसमें संसद के दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा – के सदस्य मतदान करेंगे। चुनाव में दो प्रमुख उम्मीदवार हैं – एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) द्वारा समर्थित सी.पी. राधाकृष्णन और विपक्षी INDIA गठबंधन द्वारा समर्थित बी. सुधर्शन रेड्डी। राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं, जबकि रेड्डी तेलंगाना से आते हैं। यह पहली बार है जब उपराष्ट्रपति चुनाव में दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं।
राधाकृष्णन महाराष्ट्र के गवर्नर रह चुके हैं और पहले झारखंड व तेलंगाना के भी गवर्नर रहे। उन्होंने तमिलनाडु के कोयंबटूर से दो बार लोकसभा चुनाव भी जीता। वहीं, रेड्डी 2007 से 2011 तक सुप्रीम कोर्ट के जज रहे, 2005 से 2007 तक गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे और 2013 में गोवा के पहले लोकायुक्त बने।
यह चुनाव तब हुआ क्योंकि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। वे वराहगिरी वेंकट गिरि और रामास्वामी वेंकटरमन के बाद तीसरे उपराष्ट्रपति हैं जिन्होंने कार्यकाल के बीच इस्तीफा दिया।
कौन किसके साथ है?
एनडीए के साथ भाजपा, टीडीपी, जेडीयू, शिवसेना, एआईएडीएमके, जेडीएस, आरएलडी, एनसीपी (अजित पवार), टीडीपी समेत कई दल और निर्दलीय सदस्य हैं।
वहीं इंडिया गठबंधन में कांग्रेस, सपा, टीएमसी, डीएमके, शिवसेना (यूबीटी), आरजेडी, सीपीआई(एम), जेएमएम, केरल कांग्रेस आदि शामिल हैं।
कितने वोट चाहिए?
कुल 781 सांसद मतदान के लिए पात्र हैं। जीत के लिए 391 वोट चाहिए। एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को लगभग 437 वोट मिल सकते हैं, जबकि रेड्डी को लगभग 323 वोट मिल सकते हैं।
राज्यों में किसकी स्थिति कैसी है?
राधाकृष्णन यूपी, बिहार, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान में आगे हैं। रेड्डी महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और पंजाब में मजबूत हैं।
निर्णायक दल कौन-कौन हैं?
– वाईएसआर कांग्रेस ने राधाकृष्णन का समर्थन किया है।
– एआईएमआईएम रेड्डी के साथ है।
– बीजेडी और बीआरएस ने मतदान से दूर रहने का निर्णय लिया है।
– बसपा, शिरोमणि अकाली दल, ज़ेडपीएम और वीपीपी जैसे दल अभी असमंजस में हैं।
2022 का परिणाम
2022 में जगदीप धनखड़ ने भारी जीत हासिल की थी। उन्हें 528 वोट मिले जबकि प्रतिद्वंद्वी मार्गरेट अल्वा को सिर्फ 182 वोट मिले थे।