नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) में धांधली का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि exit polls और actual results में बड़ा अंतर आने का सिलसिला अब संदेह से परे हो चुका है।
“BJP को Anti-Incumbency क्यों नहीं छूती?”
राहुल गांधी का कहना है कि हर लोकतंत्र में कोई भी पार्टी सत्ता-विरोधी लहर (Anti-Incumbency Wave) का सामना करती है। लेकिन BJP इसके अपवाद की तरह क्यों है? उन्होंने पूछा,
“भारत में एकमात्र पार्टी जो Anti-Incumbency से ग्रस्त नहीं होती — वो BJP कैसे हो सकती है?”
Exit Polls vs Final Results: हमेशा उलटफेर क्यों?
राहुल ने कहा कि अक्सर exit polls कुछ और दिखाते हैं, लेकिन अंतिम नतीजे उससे एकदम अलग होते हैं। उन्होंने हरियाणा और मध्यप्रदेश चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि सभी opinion polls कुछ कहते हैं, लेकिन results एकदम अलग दिशा में चले जाते हैं।
Maharashtra चुनाव चुराया गया
राहुल गांधी ने Maharashtra Assembly Election को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि इस चुनाव में जो नतीजे आए, उससे साफ हो गया कि चुनाव चुराया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि Election Commission of India (ECI) ने भाजपा के साथ मिलकर काम किया और पारदर्शिता की अनदेखी की।
Voter List को लेकर बड़ा दावा
राहुल का कहना है कि जब कांग्रेस ने machine-readable voter list मांगी, तो ECI ने यह नहीं दी। उन्होंने कहा कि एक करोड़ नए वोटर लोकसभा और विधानसभा के बीच जोड़े गए — यह process पूरी तरह से संदिग्ध था।”
Mahadevapura Seat पर ‘Vote Theft’ का आरोप
कर्नाटक की Mahadevapura विधानसभा सीट का ज़िक्र करते हुए राहुल ने कहा कि 6.5 लाख वोट में से एक लाख वोट Duplicate या Illegal थे। उन्होंने बताया कि Congress ने detailed research किया और पाया कि इस सीट पर बड़े पैमाने पर duplicate voters, fake addresses और ghost entries थीं।
कांग्रेस की मांग: चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही
राहुल गांधी का यह बयान चुनाव प्रणाली में सुधार और free & fair elections की बहस को और तेज़ कर सकता है। उनका यह कहना कि “वोटिंग सेंटर पर शाम 5:30 बजे के बाद कुछ भी असामान्य नहीं हुआ, लेकिन नतीजे पूरी तरह से उलट गए”, चुनाव प्रक्रिया पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
राहुल गांधी के इन आरोपों से 2024 चुनावों की निष्पक्षता पर बहस तेज़ हो गई है। उन्होंने साफ कहा कि अगर भारत में लोकतंत्र को बचाना है, तो चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही जरूरी है। क्या अब ECI इन सवालों का जवाब देगा? क्या BJP इन आरोपों पर सफाई देगी? यह देखना बाकी है।