शिमला. आने वाले हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी टिकट आवंटन में महिलाओं को प्राथमिकता दे और कम से कम 33 फीसदी सीटों पर महिलाओं को टिकट दे. इस मकसद से कांग्रेस की महिला नेत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल आज दिल्ली के लिए रवाना हो गया.
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनीता ठाकुर की अगुआई में करीब 40 महिला टिकटार्थियों का प्रतिनिधिमंडल 25 सितम्बर को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे से मिलेगा. वहीं सह प्रभारी रंजन और पार्टी आलाकमान से मिलने का कार्यक्रम भी है.
प्रतिनिधित्व कर रही सुनीता ठाकुर ने कहा कि 21वीं सदी में आज भी महिलाओं को वह सम्मान नहीं मिल रहा है जिसकी वह हकदार हैं. भले ही पंचायतीराज संस्थाओं और शहरी निकायों में महिलाओं को हिमाचल प्रदेश में 50 फीसदी आरक्षण लागू कर दिया गया हो, लेकिन विधानपालिका में अब तक महिलाओं को न तो प्राथमिकता मिली न ही आरक्षण.
सुनीता ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से इस विधानसभा में भी मात्र दो महिलाएं चुनकर विधानसभा पहुंची थी. जिसमें विद्या स्टोक्स और आशा कुमारी हैं वही भाजपा की ओर से महज एक महिला विधायक सरवीण चौधरी विधानसभा में है. कुल 68 विधायकों में से केवल तीन महिलाओं को हिमाचल विधानसभा में बैठने का अवसर दिया गया.
सुनीता ठाकुर ने पार्टी आलाकमान और प्रदेश नेतृत्व से मांग की है कि इन चुनावों में कम से कम 33 फीसदी महिला प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने का मौका दिया जाना चाहिए. जिससे महिलाओं को भी सम्मान मिलने के साथ ही उनमें लीडरशिप क्वालिटी बढ़े. उनका कहना है कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं और जिसको भी मौका मिलेगा वह यह बात साबित कर सकती है.
सुनीता ठाकुर ने पार्टी आलाकमान, प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू और पार्टी पदाधिकारियों से आग्रह किया कि इन चुनावों में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने में सहयोग दें और ज्यादा से ज्यादा पात्र व एक्टिव महिलाओं को टिकट प्रदान करने में सहयोग दें.