शिमला. हिमाचल में कांग्रेस-BJP को अब अपने बागी प्यारे लगने लगे हैं. दोनों पार्टियों ने अपने बागियों को मनाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस हाईकमान ने बागी होकर चुनाव लड़ने वालों से संपर्क साधने के लिए बड़े नेताओं की ड्यूटी लगाई है.
इन नेताओं को सीधे दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय से फोन आ रहे हैं. प्रदेश में कांग्रेस के 3 से 4 बागी नेता अपनी-अपनी सीट पर टॉप पोजीशन में माने जा रहे हैं. इसे देखते हुए कांग्रेस अभी से इन्हें अपने पाले में कर लेना चाहती है. मगर, अब बागी भी पार्टी में वापसी को लेकर जल्दबाजी नहीं करना चाहते, बल्कि 8 दिसंबर के चुनावी नतीजों का इंतजार कर रहे हैं.
प्रदेश में कांग्रेस के 7 और BJP के 21 विधानसभा सीटों पर बागी चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस अपने नेताओं से लगातार संपर्क कर रही है, ताकि जरूरत पड़ने पर सरकार बनाने या सरकार की मजबूती को निर्दलीय से समर्थन मिल सके.
निष्कासित किए गए थे कांग्रेस के ये बागी
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने एक महीने पहले ही बागी होकर चुनाव लड़ने वाले नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया है. इनमें चौपाल से डॉ. सुभाष मंगलेट, सुलह से जगजीवन पाल, पच्छाद से गंगू राम मुसाफिर, ठियोग से विजय पाल खाची, आनी से परसराम, जयसिंहपुर से सुशील कौल, अर्की से राजेंद्र ठाकुर शामिल है.
कांग्रेस के बागी दे रहे कांटे की टक्कर
कांग्रेस के बागी डॉ. सुभाष मंगलेट, परसराम, जगजीवन पाल, राजेंद्र ठाकुर और हमीरपुर में आशीष शर्मा भी अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. इनके जीतने की संभावना के बीच कांग्रेस नेता इन बागियों से संपर्क साधने लगी हैं, क्योंकि कांग्रेस को इस बात का खतरा सता रहा है कि प्रदेश में स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की सूरत में निर्दलीय MLA को BJP अपने साथ जोड़ सकती है. इसलिए कांग्रेस अभी से बागियों को मनाने में जुट गई है.
दूसरे बागियों से भी संपर्क साध रहे दल
कांग्रेस और भाजपा के बागियों को भी दोनों दलों के नेता संपर्क कर रहे हैं. प्रदेश में इस बार कांग्रेस की तुलना में भाजपा में तीन गुणा ज्यादा बगावत है. कांग्रेस में 7 सीटों पर तो भाजपा में 21 सीटों पर बागी मैदान में है. चौपाल से कांग्रेस के बागी डॉ. सुभाष मंगलेट ने बताया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के नेता उनसे संपर्क कर रहे हैं, लेकिन मुट्ठी 8 दिसंबर के बाद ही खुलेगी. अभी कुछ भी करना या कहना ज्यादा जल्दबाजी होगी. आनी से कांग्रेस के बागी परसराम ने बताया कि कांग्रेस के अलावा भाजपा के भी कुछ नेता उनसे संपर्क कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें दिल्ली से भी कांग्रेस नेताओं के फोन आ रहे हैं.
इनके कारण मुश्किल में हैं कांग्रेस प्रत्याशी
बेशक पार्टी को आज ये बागी “दुलारे’ लगने लगे हैं, लेकिन इनके निर्दलीय चुनाव में ताल ठोकने से कुछ सीटों पर कांग्रेस की हालत खराब है. हालांकि कुछ सीटों पर इसके लिए सीधे तौर पर टिकट आवंटन को गलत ठहराया जा रहा है.
BJP को इनसे ख़ास खतरा
इसके अलावा भी आधा दर्जन सीटों पर भापजा को बगावत से छुटपुट नुकसान माना जा रहा है BJP के बागियों में केएल ठाकुर, होशियार सिंह, मनोहर धीमान, किशोरी लाल को अच्छी स्थिति में माना जा रहा है।.इसे देखते हुए भाजपा नेता इनसे भी संपर्क करने लगे हैं.