मंडी (सुंदरनगर). सुंदरनगर को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं’ योजना के तहत 200 लड़कियों के चयन की प्रक्रिया को मंजूरी प्रदान कर दी है. संस्थान की ओर से इस संदर्भ में बेटियों को निशुल्क तकनीकी शिक्षा मुहैया करवाने का प्रस्ताव भेजा था. जिसकी मंत्रालय की ओर से हाल ही में पत्राचार के माध्यम से मंजूरी को लेकर सूचना मिल गई है. जिसके तहत संस्थान ने यह योजना शुरू कर दी है.
विशेष योजना का लाभ उठाए
सिरड़ा संस्थान के चेयरमैन निक्काराम चौधरी ने संस्थान के प्रबंधन वर्ग की ओर से सभी प्रधानाचार्य व अभिभावकों से आग्रह किया है कि इस संस्था की इस विशेष योजना का लाभ उठाए. कन्याओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान कर महिला सशक्तिकरण में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत अपना योगदान देकर इसे सफल बनाए.
अधिकतर जानकारी भारत सरकार मंत्रालय की वेबसाईट व सिरड़ा संस्थान की वेबसाईट पर उपलब्ध है. सिरड़ा संस्थान के चेयरमैन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के सहयोग से आगामी शैक्षिक सत्र 2018-19 से 100-100 लड़कियों को डिग्री व डिप्लोमा कोर्स करने के लिए विशेष प्रोत्साहनराशि देने का संकल्प लिया है. जिसके अतंर्गत बीटेक में 78000 रुपए तथा डिप्लोमा में 45000 रुपए प्रतिवर्ष टयूशन फीस व छात्रावास मैस शुल्क के रूप में रियायत दी जायेगी.
संस्थान की मैनेजमेंट ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना में इसे मंजूरी दे दी है. सिरड़ा संस्थान हिमाचल प्रदेश में सर्वप्रथम बेटियों ही स्थापित किया गया था. बेहतरीन परिणाम देकर बेटियों ने इस संस्थान का नाम रोशन किया है. इस संस्थान से उतीर्ण बेटियां आज हिमाचल प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग,सिंचाई एवमं जनस्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ एचपीएसईबी में सेवाएं दे रही है.
इसके साथ हिमाचल प्रदेश में चल रहे विश्वविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों के साथ-साथ बड़ी-बड़ी कंपनियों में कार्यरत होकर अपना कौशल दिखा रही है. वहीं इस कॉलेज के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है. हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय से वाईस चांसलर पद से सेवानिवृत होने के बाद डॉ. आरएल शर्मा सिरडा ग्रुप ऑफ इस्टिट्यूटशन सुंदरनगर नौलखा की मैनेजमेंट के आग्रह पर स्वेच्छासे अपनी निशुक्ल सेवाएं दे.