मंडी. सीएम वीरभद्र सिंह और नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य नेताओं ने मंडी में हुए हादसे के घटना स्थल का दौरा किया. सीएम के साथ परिवहन मंत्री जीएस बाली,स्वास्थ्य मंत्री कौल स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर और ग्रामीण विकास मंत्री अनिल शर्मा सहित अन्य कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहे. यहां पर वीरभद्र सिंह ने राहत कार्यो और इस हादसे पर दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति इस प्रकार है कि यहां पर आए दिन इस प्रकार के हादसे होते रहते हैं. लेकिन यह हादसा अब तक का सबसे बड़ा हादसा है. बचाव कार्य में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है.
शवो को निकालने के लिए सर्च आपरेशन जारी रहेगा. पहाड़ के दरकने का पता लगाने के लिए जियोलाजिकल विभाग के विशेषज्ञों को यहां सर्वेक्षण के लिए भेजा जाएगा. वहीं उन्होंने पीडि़त परिवारों को सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया. मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपए की राशि देने का ऐलान भी किया.
पूर्व मुख्यमंत्री धूमल भी जायजा लेने पहुंचे घटना स्थल पर
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी घटना स्थल का जायजा लिया और हादसे पर दुख व्यक्त किया. उनके साथ सांसद राम स्वरूप शर्मा सहित अन्य भाजपा नेता भी मौजूद रहे.प्रो. धूमल ने कहा कि इस प्रकार के हादसों के कारण जो जख्म मिलते हैं. उन्हें कभी नहीं भरा जा सकता.केंद्र सरकार की तरफ से राज्य सरकार को जो भी सहयता चाहिए होगी वह मुहैया करवाई जाएगी. वहीं उन्होंने प्रदेश के नूरपूर में एनडीआरएफ की यूनिट न होने पर भी चिंता जताई.
वहीं अब तक ही जानकारी के अनुसार इस हादसे में 10 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं. सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है एक व्यक्ति की कटी टांग भी मिली है. लेकिन इसका शव नहीं मिल सका है. प्रसाशन ने चार अर्थ मूवर मशीनों और करीब आधा दर्जन जेसीबी मशीनें घटना स्थल पर तैनात कर दी है. बड़ी बात यह है कि प्रशासन अर्थ मूवर मशीन को उस स्थान पर पहुंचाने में कामयाब रहा है. जहां पर लोग दबे हुए हैं. यहां से सात शव निकाले जा चुके हैं. इसके साथ ही नेशनल हाईवे पर भी अस्थायी रास्ता तैयार कर लिया गया है. जहां से लोग आ जा रहे हैं.